बिहार: बिहार में BPSC (बिहार लोक सेवा आयोग) परीक्षा को लेकर जारी विरोध प्रदर्शन अब और भी तेज़ हो गया है। यह आंदोलन लंबे समय से चल रहा है, लेकिन अभी तक इसका कोई समाधान नहीं निकल सका है। जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर ने पिछले 10 दिनों से आमरण अनशन किया हुआ था, जो आज उनके अनशन का 11वां दिन है। इस बीच, पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने BPSC पुनर्परीक्षा की मांग को लेकर आज बिहार बंद का आह्वान किया है।

BPSC परीक्षा के खिलाफ विरोध बढ़ा

BPSC परीक्षा में धांधली, पेपर लीक, और छात्रों पर अत्याचार के आरोपों के बाद से विरोध प्रदर्शन लगातार बढ़ता जा रहा है। पप्पू यादव और उनके समर्थकों ने पहले 3 जनवरी को चक्का जाम किया था, जिसके परिणामस्वरूप पटना में पैसेंजर ट्रेनें रोकी गई थीं। आज के बिहार बंद में छात्र-युवाओं की सक्रिय भागीदारी देखने को मिली। पटना विश्वविद्यालय के सामने अशोक राजपथ को जाम करने की कोशिश की गई।

समर्थकों के साथ पप्पू यादव का मार्च

पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने बिहार बंद के दौरान आयकर गोलंबर से डाक बंगला चौराहा तक मार्च करने की योजना बनाई है। पप्पू यादव ने इस प्रदर्शन को सरकार के खिलाफ एक मजबूत संदेश बताया। उन्होंने कहा, “सरकार का राम-राम सत्य करना है। जो लोग छात्र-विरोधी हैं उनका राम-राम सत्य है। बिहार की जनता, छात्र सड़कों पर हैं, और सभी लोग इसका समर्थन कर रहे हैं।”

नेशनल हाईवे पर चक्का जाम

पप्पू यादव के आह्वान पर बेगूसराय में उनके समर्थकों ने नेशनल हाईवे 31 को जाम कर दिया है। इसके बाद सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की जा रही है। हालांकि, पप्पू यादव ने पहले कहा था कि इस बिहार बंद में नेशनल हाइवे और रेल सेवाएं नहीं रोकी जाएंगी, बल्कि सिर्फ बाजार बंद किया जाएगा। लेकिन इसके बावजूद, नेशनल हाईवे को जाम किया गया है।

पटना में विरोध प्रदर्शन

पटना में भी पप्पू यादव के समर्थक सुबह से ही सड़कों पर उतरकर मार्केट बंद करा रहे हैं। इसके अलावा, पप्पू यादव ने इस बंद के समर्थन में अन्य राजनीतिक दलों से भी सहयोग मांगा है। समर्थकों ने हाथ जोड़कर लोगों से इस आंदोलन का समर्थन मांगा, साथ ही आगजनी की घटनाएं भी देखी गई हैं।

बीपीएससी परीक्षा की स्थिति

बता दें कि 13 दिसंबर को बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की गई थी। राजधानी पटना के एक केंद्र, बापू परीक्षा परिसर का एग्जाम रद्द कर दिया गया था। इसके बाद से नाराज अभ्यर्थियों ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया और पूरी परीक्षा रद्द करने की मांग की। हालांकि, बिहार लोक सेवा आयोग ने किसी भी गड़बड़ी के आरोपों से इनकार किया है।

प्रशांत किशोर का अनशन और अस्पताल से छुट्टी

प्रशांत किशोर पिछले 10 दिनों से बीपीएससी की गड़बड़ी के खिलाफ आमरण अनशन पर बैठे हुए थे। उन्हें हाल ही में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन अदालत ने उन्हें जमानत दे दी। इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ने पर उन्हें मेदांता अस्पताल में भर्ती किया गया। अब उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है, और माना जा रहा है कि वे इस आंदोलन को एक बार फिर से शुरू करेंगे। जन सुराज ने मंगलवार से सत्याग्रह के अगले चरण की घोषणा की है और इसके लिए पटना के विभिन्न स्थानों पर पोस्टर लगाए गए हैं।

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