राजस्थान में सरकारी भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पुलिस एक सरगना को पकड़ती है तो दूसरा नया नाम सामने आ जाता है। हाल ही में राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने से हड़कंप मच गया है।
पेपर लीक का मामला पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया है। एक सरगना को पकड़ने के बाद दूसरा नया नाम सामने आ रहा है, जिससे पुलिस विचलित हो गयी है। हाल ही में, एसओजी की स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम ने जेईएन भर्ती परीक्षा 2020 पेपर लीक केस में सरगना हर्षवर्धन मीणा को नेपाल बॉर्डर से पकड़ा था। उसके बाद जगदीश विश्नोई, सुरेश ढाका, भूपेंद्र सारण, रामगोपाल मीणा जैसे नाम सामने आए हैं। एसओजी ने एक-एक कर आरोपियों को पकड़ना शुरू कर दिया है।
पुलिस ने कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है, लेकिन मुख्य सरगना अभी भी फरार हैं। पुलिस इनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।
सरकार ने पेपर लीक को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं, लेकिन अभी भी सफलता नहीं मिली है। सरकार ने परीक्षाओं की तारीखों में बदलाव किया है, परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा बढ़ाई है, और परीक्षाओं की निगरानी के लिए विशेष टीमों का गठन किया है।