राजस्थान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने बाड़ाबंदी से इंकार किया है। सीपी जोशी ने कहा कि कोई बाड़ाबंदी नहीं है। विधायक अपने क्षेत्र में है। विधायक दल की बैठक तय होते ही सभी विधायक जयपुर पहुंचेंगे। सांसद सीपी जोशी ने कहा कि पर्यवेक्षक नियुक्त होते ही विधायक दल की बैठक होगी। सीएम को लेकर निर्णय़ विधायक दल की बैठक के बाद होगा। सीपी जोशी ने कहा कि सबकुछ संसदीय बोर्ड को तय करना है। विधायक ललित मीणा की मांग पर सीपी जोशी ने कहा कि मुख्यमंत्री केंद्रीय नेतृत्व को ही तय करना है। बता दें राजे समर्थक माने जाने वाले विधायक वसुंधरा राजे को सीएम बनाने की मांग कर रहे हैं। विधायक ललित मीणा और बहादुर कोली समेत एक दर्जन से अधिक विधायकों ने वसुँधरा राजे को सीएम बनाने की मांग की है।
सीएम फेस नहीं हो पा रहा तय
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने हालांकि, सीधे तौर पर तो जवाब नहीं किया कि सीएम कौन बनेगा, लेकिन उनके बयान से साफ जाहिर है कि वह विधायकों की ओर से सीएम फेस के लिए की जा रही बयानबाजी से खासे नाराज है। बता दें वसुंधरा राजे समर्थक बार-बार वसुंधरा राजे को सीएम बनाने की मांग कर रहे है। वसुंधरा राजे आज दिल्ली में है। माना जा रहा है कि आज उनकी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात हो सकती है। वसुंधरा राजे ने जेपी नड्डा से मिलने के लिए समय मांगा है। बताया जा रहा है कि नड्डा विधायकों की ओर से की जा रही बयानबाजी से खासे नाराज है। विधायक ललित मीणा को जबरन होटल में रखने पर उन्होंने कहा कि सभी अपने क्षेत्र में जनता को धन्यवाद दे रहे है। इस तरह की कोई बात नहीं है। मुख्यमंत्री कौन होगा, इसको लेकर अलग-अलग नाम सामने आने के सवाल पर जोशी ने कहा कि यह सभी निर्णय विधायक दल की बैठक के बाद होंगे। मैं सोचता हूं कि पार्लियामेंट्री बोर्ड जो तय करेगा वह सभी को मान्य होगा। पार्टी के अंदर आंतरिक लोकतंत्र है, जो भी होगा वह पार्टी के हित में होगा।
ललित मीणा को जबरन बाड़ेबंदी में रखा
उल्लेखनीय है कि नया मुख्यमंत्री कौन होगा, यह सवाल भाजपा कार्यकर्ताओं से लेकर जनता तक के मन में तैर रहा है। इस सवाल के बीच बुधवार को भाजपा में बड़ा ड्रामा सामने आया. जयपुर में मंगलवार देर रात सीकर रोड पर एक होटल में भाजपा के 5-6 विधायक ठहरे थे। इनमें किशनगंज विधायक ललित मीणा भी थे. साथी विधायकों की बातें व हाव-भाव देख ललित को शक हुआ कि पार्टी के किसी बड़े नेता के इशारे पर लॉबिंग हो रही है, क्योंकि वे कोटपूतली से आगे किसी होटल में जाने की बात कर रहे थे। ललित मीणा को लगा कि उन्हें जबरन बाड़ेबंदी में ले जाने की कोशिश की जा रही है। इस बीच ललित मीणा ने इसकी शिकायत अपने पिता हेमराज मीणा और पार्टी संगठन को की। इसके बाद संगठन के कुछ नेताओं ने जाकर उन्हें उस होटल से बाहर निकाला। इस घटना के बाद सियासी चर्चा तेज हो गई कि कहीं बीजेपी का एक दूसरा धड़ा बाड़ेबंदी की तैयारी में तो नहीं है।
विधायक ललित मीणा को जबरन होटल में रखने पर उन्होंने कहा कि सभी अपने क्षेत्र में जनता को धन्यवाद दे रहे हैं। इस तरह की कोई बात नहीं है। मुख्यमंत्री कौन होगा, इसको लेकर अलग-अलग नाम सामने आने के सवाल पर जोशी ने कहा कि यह सभी निर्णय विधायक दल की बैठक के बाद होंगे। मैं सोचता हूं कि पार्लियामेंट्री बोर्ड जो तय करेगा वह सभी को मान्य होगा. पार्टी के अंदर आंतरिक लोकतंत्र है, जो भी होगा वह पार्टी के हित में होगा।
स्त्रोत – Live Hindustan न्यूज़