कोटपूतली, राजस्थान: राजस्थान के कोटपूतली के बड़ियाली गांव में सोमवार (23 दिसंबर) को एक दर्दनाक घटना सामने आई, जब तीन साल की मासूम चेतना खेलते समय 700 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई। बच्ची करीब 150 फीट की गहराई पर फंसी हुई है, और पिछले 18 घंटों से उसे बचाने के लिए प्रशासन, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें लगातार प्रयास कर रही हैं।
कैसे हुआ हादसा?
घटना उस समय हुई, जब चेतना अपने घर के पास खेल रही थी। अचानक उसका पैर फिसला, और वह खुले बोरवेल में जा गिरी। जैसे ही इस हादसे की जानकारी ग्रामीणों को हुई, पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने तुरंत स्थानीय प्रशासन को सूचित किया। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने तत्काल बचाव अभियान शुरू किया।
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, कैमरे से रखी जा रही है नजर
बच्ची को बचाने के लिए रेस्क्यू टीम ने बोरवेल में रस्सी के सहारे एक कैमरा डाला है, जिससे उसकी स्थिति पर नजर रखी जा सके। सीसीटीवी फुटेज में चेतना मदद के लिए हाथ हिलाती नजर आई। प्रशासन ने बताया कि बच्ची को सांस लेने में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए बोरवेल में ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है।
रेस्क्यू अभियान में एसडीआरएफ के 15 और एनडीआरएफ के 25 जवान जुटे हुए हैं। साथ ही फायर ब्रिगेड, जेसीबी और नगर परिषद के 25 कर्मचारी भी घटनास्थल पर मौजूद हैं।
मां ने सरकार से की गुहार
चेतना की मां ढोली देवी ने सरकार और प्रशासन से अपनी बेटी को सुरक्षित बाहर निकालने की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा, “मैं सरकार और सभी से निवेदन करती हूं कि मेरी बेटी को बचा लिया जाए।”
प्रशासन और मेडिकल टीम मुस्तैद
कोटपूतली के एसपी, एएसपी, डीएसपी और तीन थानों के थानाधिकारी सहित 40 पुलिसकर्मी मौके पर तैनात हैं। इसके अलावा सीएमएचओ, बीसीएमएचओ, पीडियाट्रिशियन और एनेस्थीसिया विभाग के प्रमुख सहित 19 नर्सिंगकर्मी भी घटनास्थल पर मौजूद हैं। मेडिकल टीम बच्ची की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है।
VIDEO | A girl aged around three years fell into a borewell in the Kotputli-Behror district of Rajasthan, and the NDRF and SDRF have been deployed to rescue her from the 150-feet-deep borewell. Visuals from the rescue site.#RajasthanNews
— Press Trust of India (@PTI_News) December 24, 2024
(Full video available from PTI Videos… pic.twitter.com/nMvOrrNrHB
अधिकारियों का बयान
एसडीएम ब्रिजेश चौधरी ने बताया कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें पूरी लगन से काम कर रही हैं। एनडीआरएफ टीम के बचाव उपकरण बच्ची तक पहुंच गए हैं, और वे उसे बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं।
वहीं, एसडीआरएफ के एसआई रवि कुमार ने कहा, “बच्ची तक पहुंचने में दिक्कतें आ रही हैं क्योंकि उसके आसपास बहुत मिट्टी है। लेकिन हम पूरी कोशिश कर रहे हैं और जल्द ही उसे सुरक्षित बाहर निकालने में कामयाब होंगे।”