राजस्थान उपचुनाव: राजस्थान की सात सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है, जिसके बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है। टिकट वितरण को लेकर असंतोष की लहरें उठने लगी हैं। कई सीटों पर संभावित उम्मीदवारों में निराशा फैल गई है और कुछ स्थानों पर बगावत के संकेत भी मिलने लगे हैं।
सलूंबर सीट: नरेन्द्र मीणा का रोता हुआ वीडियो हुआ वायरल
सलूंबर विधानसभा सीट से टिकट की उम्मीद लगाए बैठे बीजेपी नेता नरेन्द्र मीणा को जब पार्टी ने नजरअंदाज किया तो वे भावुक हो गए। रविवार को कार्यकर्ताओं के साथ हुई बैठक के दौरान वे फूट-फूट कर रोने लगे। उनका यह भावुक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। बैठक में उनके समर्थकों ने भी उन्हें ढांढस बंधाया और समर्थन देने का आश्वासन दिया। मीणा ने पार्टी को 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए टिकट बदलने की मांग की है, अन्यथा वे भविष्य की रणनीति पर विचार करेंगे। इस सीट पर बीजेपी ने दिवंगत विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी शांता देवी को उम्मीदवार बनाया है।
सलूंबर उपचुनाव में बीजेपी से टिकट नहीं मिलने पर नाराज भी नरेंद्र मीणा आज कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में फूट फूट कर रोने लगे…. pic.twitter.com/u261TvqfPk
— Kapil Shrimali (@KapilShrimali) October 20, 2024
झुंझुनूं में बबलू चौधरी ने उठाया बगावत का झंडा
झुंझुनूं विधानसभा सीट पर भी टिकट को लेकर बगावत के सुर सुनाई देने लगे हैं। बीजेपी नेता बबलू चौधरी, जो इस सीट से टिकट के प्रमुख दावेदार थे, को नजरअंदाज किया गया। इससे नाराज होकर उनके समर्थकों ने देर रात तीन दर्जन से अधिक बूथ अध्यक्षों के इस्तीफे पार्टी को सौंप दिए। बबलू चौधरी ने रविवार को अपने समर्थकों के साथ बैठक बुलाई, जिसमें उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। चौधरी 23 अक्टूबर को नामांकन दाखिल करेंगे। उल्लेखनीय है कि पिछले चुनाव में बबलू चौधरी ही पार्टी के उम्मीदवार थे, लेकिन इस बार बीजेपी ने राजेन्द्र भाम्बू को टिकट दिया है, जो पिछली बार बागी हो कर चुनाव लड़े थे।
रामगढ़ में भी बगावत के आसार
अलवर की रामगढ़ सीट पर भी बीजेपी के अंदर असंतोष की स्थिति उत्पन्न हो गई है। पार्टी ने यहां से सुखवंत सिंह को उम्मीदवार घोषित किया है, लेकिन पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा के भतीजे जय आहूजा ने इस फैसले पर नाराजगी जताई है। जय आहूजा ने अपने समर्थकों के साथ बैठक कर पार्टी के निर्णय का विरोध किया और अपने बगावती तेवर दिखाते हुए सुखवंत सिंह को टिकट दिए जाने का विरोध जताया। जय आहूजा पिछले चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार थे, जबकि उस वक्त सुखवंत सिंह बागी हो कर चुनाव लड़े थे।
बीजेपी में मचा आंतरिक घमासान
बीजेपी ने शनिवार रात को डूंगरपुर की चौरासी सीट को छोड़कर शेष छह सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा की थी। इसके बाद से ही कुछ क्षेत्रों में जश्न का माहौल रहा तो कई जगहों पर असंतोष पनपने लगा। टिकट मिलने वाले उम्मीदवारों के समर्थक पटाखे फोड़ते नजर आए, वहीं टिकट से वंचित नेताओं के खेमों में चुप्पी छा गई। कई दावेदारों ने आगे की रणनीति बनाने के लिए बैठकें आयोजित की, जिसके बाद से पार्टी के अंदर असंतोष और बगावत के सुर और तेज हो गए हैं।