चिड़ावा (झुंझुनू): भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर के बाद अब गृह मंत्रालय (MHA) के निर्देश पर आज देशभर में एक व्यापक मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है। इस अभ्यास का उद्देश्य युद्ध जैसे हालात और दुश्मन के हवाई हमलों के वक्त तैयारियों को परखना और आम जनता को जागरूक करना है।
इसी क्रम में राजकला स्कूल, चिड़ावा में आज एक व्यापक मॉक ड्रिल आयोजित की गई, जिसमें एयर अटैक की काल्पनिक स्थिति को केंद्र में रखते हुए आपदा प्रबंधन की तैयारियों का परीक्षण किया गया। इस अभ्यास में आगजनी, हताहतों और घायलों जैसी आपात स्थितियों का सृजन किया गया, जिसका उद्देश्य स्थानीय आपदा प्रबंधन तंत्र की कार्यप्रणाली और प्रतिक्रिया समय का मूल्यांकन करना था।
ड्रिल की सूचना मिलते ही आपदा प्रबंधन दल, पुलिस बल, स्काउट टीम, चिकित्सा दल और नगरपालिका की फायर ब्रिगेड टीम घटनास्थल पर पहुंची। इन सभी टीमों ने समन्वित रूप से रेस्क्यू, प्राथमिक उपचार और फायर कंट्रोल जैसे कदमों का अभ्यास किया।
अभ्यास के दौरान प्रशासनिक अधिकारी नरेश सोनी (एसडीएम), विकास धींधवाल (डिप्टी), रोहित मिल (ईओ), कमलदीप पूनिया (तहसीलदार), बलवीर कुलहरी (नायब तहसीलदार), कैलाश कविया (अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी), आकाश जांगिड़ (जेईएन), तेजपाल कटेवा (बीसीएमओ), मनोज जानू (चिकित्सक), संत कुमार जांगिड़ (चिकित्सक), मनेंद्र सिंह व सतीश (108 एम्बुलेंस सेवा), अनिल व नरेश राव (फायर टीम), ताराचंद जांगिड़ (एएसआई), मंजू (हेड कांस्टेबल), अमित सिहाग (कांस्टेबल), महेंद्र यादव (आसूचना अधिकारी), योगेश शर्मा व विकास डारा (कांस्टेबल), नर्सिंग स्टाफ, नगरपालिका टीम और पुलिस प्रशासन के सदस्य उपस्थित रहे।
सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपने-अपने दायित्वों का पालन करते हुए आपदा की स्थिति में त्वरित और संगठित प्रतिक्रिया देने की क्षमता का प्रदर्शन किया।
स्थानीय प्रशासन ने इस मॉक ड्रिल को सफल बताया और कहा कि इस तरह के अभ्यास आपातकालीन स्थिति में जानमाल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक हैं। अधिकारियों ने स्कूल प्रबंधन और भागीदारी करने वाली सभी टीमों का धन्यवाद ज्ञापित किया।