राजौरी, जम्मू-कश्मीर: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के बडाल गांव में एक रहस्यमयी बीमारी ने लोगों को भयभीत कर दिया है। पिछले डेढ़ महीने के दौरान 15 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें हाल ही में एक 9 साल की बच्ची भी शामिल है। प्रशासन इन मौतों के कारणों का पता लगाने में जुटा हुआ है, लेकिन अभी तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है। इस बीमारी से संबंधित पीड़ितों के नमूनों में न्यूरोटॉक्सिन की मौजूदगी पाई गई है, जो बीमारी के संभावित कारणों में से एक हो सकता है।
पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल
राजौरी के निवासियों में इस रहस्यमयी बीमारी को लेकर दहशत का माहौल है। लोग अपने बच्चों को घर से बाहर निकालने से कतरा रहे हैं। चार दिनों के भीतर एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। पुलिस के अनुसार, एसएमजीएस अस्पताल में इलाज करा रही जबीना नामक बच्ची की मौत हो गई। इससे पहले उसके भाई-बहनों और दादा की भी मौत हो चुकी थी। मरने वालों में उल्टी और बेहोशी जैसे लक्षण देखे गए थे।

एसआईटी जांच के आदेश
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया है, जो मौतों के पीछे के कारणों की जांच करेगी। मेडिकल टीमों द्वारा इलाके में स्क्रीनिंग का कार्य जारी है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें इन मौतों की गहराई से जांच कर रही हैं।
बीजेपी प्रवक्ता ने इन घटनाओं के लिए उमर सरकार को जिम्मेदार ठहराया है और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। वहीं, जम्मू-कश्मीर की स्वास्थ्य मंत्री सकीना मसूद ने बयान दिया कि यह मौतें किसी बीमारी के कारण नहीं हुई हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि कारणों का पता लगाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
न्यूरोटॉक्सिन क्या है?
न्यूरोटॉक्सिन एक ऐसा रसायन है, जो नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकता है और इसे शिथिल कर सकता है। यह प्राकृतिक या मानव-निर्मित हो सकता है और भोजन, दवाइयों या पर्यावरण के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर सकता है।