रक्षा मंत्रालय: रक्षा मंत्रालय ने सशस्त्र बलों की समग्र युद्ध क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए बहुउद्देश्यीय समुद्री विमान सहित 84,560 करोड़ रुपये के पूंजीगत खरीद प्रस्तावों को शुक्रवार को मंजूरी दे दी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाली रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) ने खरीद प्रस्तावों को मंजूरी दी है. डीएसी की ओर से मंजूर किए गए प्रस्तावों में नई पीढ़ी की टैंक रोधी बारूदी सुरंग, एयर डिफेंस स्ट्रैटेजिक कंट्रोल रडार, भारी वजन वाले टॉरपीडो, मध्यम दूरी के समुद्री टोही और बहुउद्देश्यीय समुद्री विमान, फ्लाइंग रिफ्यूलर विमान आदि शामिल है.
भारतीय बेरे में शामिल होंगे ये हथियार
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि डीएसी ने भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल की निगरानी क्षमताओं को मजबूत करने के लिए मध्यम दूरी के समुद्री टोही और बहुउद्देश्यीय समुद्री विमानों की खरीद को मंजूरी दे दी. मंत्रालय की ओर से कहा कि वायु रक्षा प्रणालियों को मजबूत करने के उद्देश्य से एयर डिफेंस स्ट्रैटेजिक कंट्रोल रडार की खरीद के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई. मंत्रालय ने कहा कि डीएसी ने भारतीय वायु सेना की परिचालन क्षमताओं और पहुंच को बढ़ाने के लिए फ्लाइट रिफ्यूलर एयरक्राफ्ट की खरीद के लिए आवश्यक स्वीकृति (एओएन) प्रदान की है.
नौसेना और तटरक्षक के लिए भी मंजूरी
बुधवार (14 फरवरी) को भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल के लिए कुल 463 स्वदेशी निर्मित 12.7 मिमी स्टेबिलाइज्ड रिमोट कंट्रोल गन (एसआरसीजी) के निर्माण और आपूर्ति के लिए कानपुर स्थित एक रक्षा प्रतिष्ठान के साथ 1752.13 करोड़ रुपये के सौदे पर मुहर लगाई. रक्षा मंत्रालय के एक बयान में कहा गया कि यह अधिग्रहण रक्षा में आत्मनिर्भरता के दृष्टिकोण को और मजबूत करेगा.
अधिकारी ने कहा, ‘‘यह अनुबंध 5 वर्षों की अवधि के लिए 125 से अधिक भारतीय विक्रेताओं और सार्वजनिक क्षेत्र के रक्षा उपक्रमों के लिए रक्षा विनिर्माण में एक बड़ा अवसर भी खोलेगा.’’ मंत्रालय ने कानपुर स्थित एडवांस्ड वेपन इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड (एडब्ल्यूईआईएल) के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे.