नई दिल्ली: यूनाइटेड किंगडम (यूके) में अभिनेत्री कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ की स्क्रीनिंग के दौरान खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथियों ने जमकर हंगामा किया और फिल्म की स्क्रीनिंग को रोकने का प्रयास किया। इस घटनाक्रम के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपनी साप्ताहिक प्रेस ब्रीफिंग में प्रतिक्रिया दी और यूके सरकार से इस मामले में सख्त कार्रवाई करने की मांग की।
विदेश मंत्रालय ने उठाई सख्त कार्रवाई की मांग
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस मामले पर चिंता जताते हुए कहा कि भारत ने यूके सरकार के समक्ष कई बार इस प्रकार की घटनाओं पर आपत्ति दर्ज कराई है। उन्होंने कहा, “हमने कई रिपोर्ट देखी हैं जिनमें बताया गया है कि किस तरह यूके में कई सिनेमाघरों में फिल्म ‘इमरजेंसी’ की स्क्रीनिंग बाधित करने का प्रयास किया गया। हम लगातार यूके सरकार के समक्ष भारत विरोधी तत्वों द्वारा किए जा रहे हिंसक विरोध और धमकी से जुड़ी अपनी चिंता जाहिर कर चुके हैं।”

रणधीर जायसवाल ने इस संदर्भ में यह भी कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को चुनिंदा रूप से लागू नहीं किया जा सकता है। उनका कहना था कि फिल्म को बाधित करने में शामिल लोगों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए और उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने चाहिए।
यूके सरकार से उचित कार्रवाई की उम्मीद
भारतीय विदेश मंत्रालय ने उम्मीद जताई कि यूके सरकार इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई करेगी। प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग इस मामले पर नजर बनाए हुए है और वहां रह रहे भारतीय समुदाय की सुरक्षा और कल्याण को लेकर लगातार संपर्क में है। उन्होंने कहा, “हम यूके सरकार से अपेक्षा करते हैं कि वह इस मामले में कठोर और त्वरित कार्रवाई करेगी, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके।”
अमेरिका में पन्नू की मौजूदगी पर भी जताई चिंता
इस बीच, सोशल मीडिया पर अमेरिका स्थित खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया शपथ ग्रहण समारोह में नजर आ रहा है। इस मामले पर भी विदेश मंत्रालय से प्रतिक्रिया मांगी गई, जिसके जवाब में प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत सरकार अमेरिका के समक्ष लगातार ऐसे मुद्दों को उठाती रही है।

उन्होंने कहा, “जब भी कोई भारत विरोधी गतिविधि होती है, हम इसे अमेरिका के समक्ष उठाते हैं। हमारी प्राथमिकता है कि भारत विरोधी तत्वों की गतिविधियों पर रोक लगाई जाए और हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा को कोई खतरा न हो। हम अमेरिकी सरकार से इस संबंध में उचित कार्रवाई की अपेक्षा रखते हैं।”
भारत विरोधी गतिविधियों पर सतर्क भारत
भारत सरकार लगातार खालिस्तानी और अन्य भारत विरोधी संगठनों की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है और विदेशों में इन तत्वों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग कर रही है। चाहे मामला यूके में ‘इमरजेंसी’ की स्क्रीनिंग में हंगामे का हो या अमेरिका में पन्नू की उपस्थिति का, भारत ने इन घटनाओं पर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए संबंधित देशों से उचित कार्रवाई की मांग की है।