इटावा, उत्तर प्रदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को उत्तर प्रदेश के इटावा में हुए एक चुनावी रैली में समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस के खिलाफ आक्रामक भाषण दिया। उन्होंने दोनों पार्टियों को अपने और अपने परिवार के हितों के लिए चुनाव लड़ने का आरोप लगाया और उन्हें ‘शाही परिवार’ की कुप्रथा बताया।
पीएम मोदी ने कहा, “यह सपा कांग्रेस वाले क्या कर रहे हैं? यह अपने भविष्य के लिए, अपने बच्चों के भविष्य के लिए चुनाव लड़ रहे हैं।” उन्होंने सपा और कांग्रेस के परिवारवादी रूप का तीखा निशाना लगाते हुए कहा, “इन परिवारवादियों की विरासत क्या है…. गाड़ी, बंगला, राजनीतिक रसूख।”
वे अपने भाषण में अपने सरकार की योजनाओं की भी प्रशंसा करते हुए भारत के विकास की ओर इशारा किया। मोदी ने अपनी सरकार की नीतियों का जिक्र करते हुए कहा, “मोदी की बनाई गई विरासत सबके लिए है।” उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने गरीबी के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
पीएम मोदी ने अपने भाषण में बीजेपी के विरोधी दलों पर भी हमला किया, कहते हुए कि उन्होंने लोगों को धर्म के आधार पर आरक्षण का लाभ देने की कोशिश की है, जो कि संविधान के खिलाफ है।
पीएम मोदी ने कहा, “पांच साल पहले कांग्रेस का शाही परिवार चुनाव के समय मंदिर- मंदिर घूम रहा था। कांग्रेस के शहजादे ने कोट के ऊपर जनेऊ पहन लिया था लेकिन इस बार मंदिर के दर्शन बंद। इतना ही नहीं 500 साल बाद एक ऐतिहासिक पल आया। पूरा देश भव्य राम मंदिर बनने के खुश हुआ लेकिन इन्होंने प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण भी ठुकरा दिया।”
उन्होंने कहा कि यह जो क्षेत्र कट्टा फैक्ट्री के लिए प्रसिद्ध था, आज कमाल देखिए यहां डिफेंस कॉरिडोर बन रहा है। आज यहां के वस्त्र उद्योग और कन्नौज के इत्र को नई पहचान मिल गई है। विदेश के मेहमान मिलते हैं तो कन्नौज के इत्र की सुगंध का उनको मौका अवश्य देता हूं। जी 20 में भी दुनिया के जितने बड़े बड़े लोग आए थे, उन्हें कन्नौज का इत्र भेंट किया गया था।
पीएम मोदी ने जनसभा में 2019 की एक घटना का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आज जब यहां आया हूं तो 2019 के आखिरी पार्लियामेंट सत्र की बात याद आ रही है। मुलायम सिंह जी भाषण देने के लिए खड़े हुए और कहा था कि मोदी जी आप तो दोबारा जीतकर आने वाले हैं। उनके ये वचन भाजपा के लिए आशीर्वाद बन गए। अब नेताजी तो हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन संयोग देखिए कि उनके सगे भाई अब बीजेपी को जिताने की अपील कर रहे हैं। उनके दिल की बात जुबान पर आ ही गई।
मोदी ने अपने भाषण में सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर गहराई से चर्चा की और अपने प्रतिद्वंद्वियों पर उग्रता जताई। उन्होंने अपने संविधान की सख्त रक्षा का भी आह्वान किया।