चिड़ावा: कस्बे के कसेरवाल परिवार ने अपने दिवंगत परिजन मुलचन्द कसेरवाल की पुण्य स्मृति को सामाजिक सरोकार से जोड़ते हुए सराहनीय सेवा कार्य किया। उन्होंने सरला पाठशाला में अध्ययनरत जरूरतमंद बच्चों के लिए खाद्य सामग्री भेंट कर न केवल दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दी, बल्कि मानवीय मूल्यों और सेवा भावना का भी परिचय दिया।
सरला पाठशाला उन बच्चों के लिए कार्य कर रही है जो झुग्गी-झोपड़ियों में रहते हैं, भिक्षावृत्ति में लिप्त हैं अथवा बेसहारा हैं। ऐसे बच्चों को शिक्षित करने के साथ-साथ उनके पोषण का भी ध्यान रखने वाले इस संस्थान को सहयोग देकर कसेरवाल परिवार ने समाज में सहयोग, संवेदना और नैतिक उत्तरदायित्व की मिसाल पेश की।
इस अवसर पर मुरारीलाल कसेरवाल, अनुप कसेरवाल, नरेश कसेरवाल और संतोष अग्रवाल (गोवला वाले) उपस्थित रहे। सभी ने पाठशाला में मौजूद बच्चों से संवाद किया, उन्हें प्रोत्साहित किया और उनके साथ कुछ समय बिताया, जिससे बच्चों के चेहरे पर खुशी और आत्मीयता की झलक दिखाई दी।
सरला पाठशाला की संचालिका अनिता पुनिया ने इस सहयोग के लिए आभार प्रकट करते हुए बताया कि कसेरवाल परिवार पूर्व में भी शिक्षा और सेवा के कार्यों में सक्रिय रूप से भाग लेता रहा है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की पहलें बच्चों को केवल खाद्य सुरक्षा ही नहीं देतीं, बल्कि उन्हें एक सकारात्मक सामाजिक परिवेश का अनुभव कराती हैं, जिससे वे आत्मनिर्भर और प्रेरित बन सकें।
कसेरवाल परिवार द्वारा किया गया यह कार्य उन वर्गों तक राहत पहुंचाने का एक प्रेरणादायक उदाहरण है जो समाज की मुख्यधारा से वंचित हैं। इस मानवीय पहल से सेवा, सहानुभूति और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना को बल मिला है और यह समाज में एक सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में छोटा परंतु सशक्त कदम कहा जा सकता है।