चिड़ावा: मुकुंदगढ़ के चुड़ी अजीतगढ़ स्थित श्याम मंदिर में पूजा कर रहे पुजारी और उनके बेटे पर हुए जानलेवा हमले के मामले ने गंभीर रूप ले लिया है। इस घटना के विरोध में मंगलवार को विप्र फाउंडेशन ने चिड़ावा उपखंड अधिकारी के नाम एक ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी कैलाश सिंह कविया को दिया गया, जिसमें हमलावरों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई और पीड़ित परिवार को सुरक्षा मुहैया करवाने की मांग की गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना 25 जुलाई को उस समय हुई जब पुजारी संतोष कुमार शर्मा और उनके पुत्र अमित मंदिर में पूजा कर रहे थे। इसी दौरान कालु, मोनू वर्मा, विकास वर्मा, रणजीत वर्मा सहित 2-3 अन्य लोगों ने अचानक उन पर हमला बोल दिया। हमलावरों ने कुल्हाड़ी और लोहे के पंच का इस्तेमाल करते हुए पुजारी के सिर पर गंभीर वार किए, जिससे उन्हें 17 टांके लगे। उनके बेटे अमित को भी सिर और हाथ में गंभीर चोटें आईं।
विप्र फाउंडेशन ने ज्ञापन में बताया कि आरोपी पिछले एक वर्ष से पुजारी की पुत्रियों के साथ लगातार अभद्रता कर रहे थे। जब परिवार ने विरोध किया तो उन्हें धमकाया गया और हमला कर दिया गया। संस्था का आरोप है कि मुकुंदगढ़ थाने में इस गंभीर मामले में सामान्य धाराओं में ही मामला दर्ज किया गया, जबकि यह स्पष्ट रूप से हत्या के प्रयास और संगठित अपराध की श्रेणी में आता है।

संस्था ने यह मांग रखी कि आरोपियों को सख्त धाराओं में गिरफ्तार कर कठोर सजा दिलवाई जाए, साथ ही पीड़ित परिवार की सुरक्षा के लिए स्थायी प्रबंध किए जाएं। ज्ञापन सौंपते समय विप्र समाज के अनेक लोग उपस्थित रहे। प्रमुख रूप से मौजूद रहे लोगों में रजनीकांत मिश्रा, दीपक कौशिक, विजय शर्मा, अमित शर्मा, अनिरुद्ध शर्मा, पवन शर्मा, गौतम पलड़िया, महेश शर्मा, सुभाष शर्मा, राधेश्याम शर्मा, राजेश नातवाल, पृथ्वीराज शर्मा, विशाल महमिया, सुशील बीगोदना, राजू शर्मा, शिव कुमार, कन्हैया लाल, नरेंद्र, राजेश शर्मा रामजी, राधेश्याम सुखाड़िया, अजय चौमाल, रवि पचेरीवाला, विक्रांत शर्मा, मदनलाल, सुशील शर्मा और शुभराम शर्मा सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे।