मुकुंदगढ़, 6 सितम्बर 2024: मुकुंदगढ़ थाने के पुलिसकर्मियों के खिलाफ निलंबन की मांग को लेकर झुंझुनूं के वकीलों ने शुक्रवार को जोरदार प्रदर्शन किया। वकीलों ने कोर्ट परिसर से कलेक्ट्रेट तक रैली निकालकर नारेबाजी की और दूसरे दिन भी अपने कामकाज का बहिष्कार करते हुए पेन डाउन रखा। झुंझुनूं अभिभाषक संघ के अध्यक्ष दीपेन्द्र सिंह ने साफ किया कि जब तक मुकुंदगढ़ थानाधिकारी रमेश कुमार मीणा, हेड कांस्टेबल दामोदर प्रसाद और सिपाही मुलतानाराम को निलंबित नहीं किया जाएगा, तब तक वकीलों की हड़ताल जारी रहेगी।
वकील और उनकी पत्नी के साथ अभ्रद व्यवहार का आरोप
यह मामला तब सामने आया जब एडवोकेट किशोर कुमार कड़ायला 28 अगस्त को मुकुंदगढ़ थाने में अपने भूखण्ड विवाद को लेकर शिकायत दर्ज कराने पहुंचे। आरोप है कि इस दौरान थानाधिकारी रमेश कुमार मीणा और उनके साथ मौजूद पुलिसकर्मियों ने एडवोकेट कड़ायला और उनकी पत्नी के साथ अभ्रद व्यवहार किया। आरोप है कि पुलिस ने न सिर्फ कड़ायला के कपड़े उतरवाए, बल्कि उन्हें गैरकानूनी तरीके से लॉकअप में बंद कर दिया। इस घटना के बाद झुंझुनूं के वकील समुदाय में भारी आक्रोश फैल गया।
एसपी से मुलाकात और कार्रवाई की मांग
इससे पहले गुरुवार को भी वकीलों ने एसपी शरद चौधरी से मिलकर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी। वकीलों ने मांग की कि थानाधिकारी और अन्य पुलिसकर्मियों को तुरंत निलंबित किया जाए, अन्यथा न्यायालय में कोई काम नहीं होगा। एसपी चौधरी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आईजी को पत्र लिखकर पूरा घटनाक्रम अवगत कराया। इसके बाद तात्कालिक कदम उठाते हुए मुकुंदगढ़ थानाधिकारी रमेश कुमार मीणा को लाइन हाजिर कर दिया गया।