लखनऊ, उत्तर प्रदेश: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में राजनीतिक प्रतिक्रिया तेज हो गई है। इसी क्रम में बहुजन समाज पार्टी (BSP) प्रमुख मायावती ने इस संवेदनशील मुद्दे पर विपक्षी दलों – खासकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) – की प्रतिक्रिया को आड़े हाथों लिया है।
मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी दो स्पष्ट पोस्ट में कहा,
“पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सभी पार्टियों को एकजुट होकर सरकार के हर कदम के साथ खड़े होना चाहिए, ना कि इसकी आड़ में पोस्टरबाजी व बयानबाजी आदि के जरिए घिनौनी राजनीति की जानी चाहिए, क्योंकि इससे लोगों में कन्फ्यूजन पैदा हो रहा है जो देशहित में ठीक नहीं।”

बीएसपी की चेतावनी – संविधान निर्माता का अपमान न करें
मायावती ने दूसरी पोस्ट में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर का नाम लेते हुए सख्त लहजे में कहा कि इस प्रकरण में अंबेडकर का अपमान कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा।
“खासकर सपा व कांग्रेस को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए, वरना बीएसपी इनके विरुद्ध सड़कों पर भी उतर सकती है।”
यह बयान राजनीतिक हलकों में हलचल पैदा कर रहा है क्योंकि यह बीएसपी की सक्रिय राजनीतिक वापसी का भी संकेत देता है।
1. पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सभी पार्टियों को एकजुट होकर सरकार के हर कदम के साथ खड़े होना चाहिए, ना कि इसकी आड़ में पोस्टरबाजी व बयानबाजी आदि के जरिए घिनौनी राजनीति की जानी चाहिए, क्योंकि इससे लोगों में कन्फ्यूज़न पैदा हो रहा है, जो देशहित में ठीक नहीं। (1/2)
— Mayawati (@Mayawati) April 30, 2025
विवादित पोस्टर से कांग्रेस में नाराज़गी, पोस्ट हटाया गया
सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस ने मंगलवार को अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से एक विवादास्पद पोस्टर साझा किया था। इस पोस्टर में प्रधानमंत्री का चेहरा नहीं था और सिर गायब दिखाया गया था, साथ ही लिखा गया था,
“जवाबदेही के समय गायब हो जाते हैं।”
यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पार्टी के भीतर ही भारी असंतोष उत्पन्न हुआ, जिसके चलते कांग्रेस हाईकमान ने इसे तुरंत हटवाया। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस आलाकमान इस पोस्ट से नाराज़ थे और इसे अनुचित माना गया।

हमले की पृष्ठभूमि – 26 सैलानियों की मौत
आपको बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में आतंकियों ने पर्यटकों को निशाना बनाते हुए हमला किया, जिसमें अब तक की जानकारी के अनुसार 26 पर्यटकों की मौत हो चुकी है जबकि कई अन्य घायल हुए हैं।
इस आतंकी हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने ऑपरेशन तेज कर दिया है और आतंकियों की धरपकड़ के लिए सघन तलाशी अभियान जारी है।