झुंझुनू, 25 फरवरी 2025: भाजपा नेता महेश बसावतिया ने अपनी पत्नी के साथ कुंभ स्नान किया और कुंभ के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रयागराज का हिन्दुओं में एक विशेष स्थान है।
उन्होंने बताया कि यहां गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों का अद्भुत मिलन होता है, जिसे परंपरागत रूप से बेहद पवित्र माना जाता है।
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पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान विष्णु अमृत से भरा कुंभ लेकर जा रहे थे कि असुरों के साथ छीना-झपटी में अमृत की चार बूंदें गिर गईं। ये बूंदें प्रयाग, हरिद्वार, नासिक और उज्जैन में गिरीं, जहां तीन-तीन साल के अंतराल पर कुंभ मेले का आयोजन होता है।
प्रयागराज में हर बारह साल पर कुंभ का आयोजन होता है, और दो बारह कुंभ के बाद महाकुंभ का आयोजन होता है।
महेश बसावतिया ने कहा कि भगवान महादेव को साक्षात महसूस करना है तो प्रयागराज के स्नान में आपको भगवान महादेव की उपस्थिति का एहसास होगा, जो कि भगवत कृपा से ही प्राप्त है।
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इसके बाद उन्होंने स्वामी तीर्थ आत्मन्नद सरस्वती महाराज नारनौल के अखाड़े में महाराज श्री से आशीर्वाद प्राप्त किया। तत्पश्चात काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी में प्रातः कालीन दर्शन करके अपने इष्ट मित्रों के साथ बाबा भोलेनाथ शिव शंकर का आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर शास्त्री हरिराम शर्मा, उमाशंकर महमिया, पवन पुजारी, विनोद पुरोहित, सुमित शर्मा व ज्योति शर्मा, आदि उपस्थित थे।