मऊगंज, मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले के खटखरी चौकी क्षेत्र में महादेवन मंदिर से जुड़ी भूमि पर अतिक्रमण को लेकर मंगलवार शाम को दो पक्षों के बीच विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। इस दौरान आगजनी और पथराव की घटनाएं हुईं, जिसमें चार लोग घायल हुए हैं। स्थिति बिगड़ने के बाद प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए क्षेत्र में धारा 163 (पूर्व में 144) लागू कर दी।
मंदिर की भूमि पर अतिक्रमण से विवाद की शुरुआत
महादेवन मंदिर की भूमि पर अतिक्रमण हटाने की मांग लंबे समय से की जा रही थी। हिंदूवादी नेता संतोष तिवारी तीन दिनों से इस मुद्दे को लेकर भूख हड़ताल पर थे। मंगलवार शाम मऊगंज से भाजपा विधायक प्रदीप पटेल भी उनके समर्थन में धरने पर पहुंचे। स्थिति तब बिगड़ी जब विधायक अपने समर्थकों के साथ जेसीबी मशीन लेकर अतिक्रमण हटाने के लिए दीवार तोड़ने पहुंचे।
विधायक प्रदीप पटेल हिरासत में
घटनास्थल पर पहुंचे विधायक और उनके समर्थकों द्वारा जेसीबी की मदद से दीवार तोड़ने की कोशिश की गई। इसके बाद दोनों पक्षों में झड़प हो गई और पथराव शुरू हो गया। प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए विधायक प्रदीप पटेल को हिरासत में लेकर रीवा भेज दिया।
#Watch | मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले के शाहपुर में देवरा महादेवन मंदिर परिसर में बनी बाउंड्री वॉल तोड़ने को लेकर मंगलवार को तनाव की स्थिति बन गई। आरोप है कि मंदिर परिसर की जमीन पर एक समुदाय द्वारा अतिक्रमण करते हुए दीवार बनाई गई थी, जिसे मंगलवार को तोड़ दिया गया। जिसके बाद भारी… pic.twitter.com/8MilB4oyt6
— Hindustan (@Live_Hindustan) November 19, 2024
घटना के दौरान हिंसा और आगजनी
विधायक की मौजूदगी में भीड़ उग्र हो गई, जिसके चलते इलाके में आगजनी की घटनाएं हुईं। विवाद के दौरान दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर जमकर पथराव किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया।
प्रशासन की कार्रवाई
घटना की गंभीरता को देखते हुए मऊगंज कलेक्टर अजय श्रीवास्तव और एसपी रसना ठाकुर सहित कई अधिकारी मौके पर पहुंचे। रीवा से अतिरिक्त बल और वज्र वाहन बुलाकर इलाके में तैनात किए गए। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में बताते हुए निषेधाज्ञा लागू कर दी है।
कोर्ट का आदेश और प्रशासन पर दबाव
मंदिर की भूमि पर अतिक्रमण को लेकर पहले से ही कोर्ट का स्टे था। विधायक प्रदीप पटेल ने आरोप लगाया कि तीन महीने बीतने के बावजूद जिला प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई नहीं की। प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए उन्होंने यह कदम उठाया।
कलेक्टर का बयान
मऊगंज कलेक्टर अजय श्रीवास्तव ने बताया, “मंदिर की जमीन पर अतिक्रमण का मामला है। विधायक और उनके समर्थक वहां पहुंचे थे, जिससे झड़प हुई। इसमें तीन लोग गंभीर और एक मामूली रूप से घायल हुआ है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।”