मलसीसर (झुंझुनूं): कस्बे में गुरुवार को ऐसी तस्वीर सामने आई जिसने नगर पालिका के विकास कार्यों की असलियत उजागर कर दी। मामूली बारिश के बाद ही वार्ड 20 जलमग्न हो गया और घुटनों तक पानी भर गया। इसी बीच जब एक दिवंगत युवक का पार्थिव शरीर ओमान से मलसीसर लाया गया तो पूरे मोहल्ले में शोक की लहर छा गई, लेकिन उससे भी अधिक पीड़ा तब हुई जब शव यात्रा को इसी गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ा।
जानकारी के अनुसार रोहिताश प्रजापत, जो धर्मपाल प्रजापत का पुत्र था, की सोमवार को ओमान में हृदयगति रुकने से मौत हो गई थी। गुरुवार को जब उसका शव गांव लाया गया, तो पूरे वार्ड में मातम छा गया। परिजनों द्वारा जब शव यात्रा शुरू करने की तैयारी की गई, तब सामने आया कि पूरा इलाका डेढ़ से दो फीट तक पानी में डूबा हुआ है। ऐसे में अंतिम यात्रा के लिए रास्ता ढूंढ़ना मुश्किल हो गया।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि बुधवार को ही नगर पालिका प्रशासन को सूचना दे दी गई थी कि वार्ड में भारी जल भराव है और शव यात्रा निकालनी है। इसके बावजूद प्रशासन समय पर कोई प्रभावी इंतजाम नहीं कर सका। पंपिंग सेट लगाए जरूर गए, लेकिन नतीजा शून्य रहा। स्थिति यह रही कि लोगों को गंदे पानी में से होकर पार्थिव शरीर को श्मशान तक ले जाना पड़ा।
वार्ड 20 में पूर्व में जल निकासी के लिए लाखों रुपये की लागत से एक डिग्गी बनाई गई थी, जिससे जनरेटर के माध्यम से पानी निकालने की व्यवस्था की गई थी। लेकिन यह सुविधा भी बेकार साबित हुई। डिग्गी खुद गंदे पानी से भरी हुई मिली और उसमें से किसी तरह की निकासी संभव नहीं हो सकी। इससे स्थानीय लोगों में रोष है और उन्होंने इस लापरवाही के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
यह घटना ना केवल नगर पालिका की उदासीनता का प्रमाण है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि योजनाओं पर खर्च होने वाला पैसा धरातल पर कितनी प्रभावी तरीके से काम करता है।