मणिपुर: मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ती जा रही है, जिसके चलते केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लगातार दूसरे दिन वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक कर स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने राज्य में शांति बहाल करने और सुरक्षा मजबूत करने के निर्देश दिए।
सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ाई गई
मणिपुर में शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार ने केंद्रीय पुलिस बलों की 50 अतिरिक्त कंपनियां तैनात की हैं। इससे पहले भी 20 कंपनियां राज्य में भेजी गई थीं। सुरक्षा बलों की इस तैनाती का उद्देश्य हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में शांति बहाली करना और राज्य पुलिस की मदद करना है।
लगातार बैठकों में लिया जा रहा निर्णय
सूत्रों के अनुसार, अमित शाह ने रविवार और सोमवार को लंबी बैठकों में वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों के साथ मणिपुर की स्थिति पर विस्तार से चर्चा की। गृह मंत्री ने निर्देश दिए कि राज्य पुलिस और केंद्रीय बल समन्वय बनाकर काम करें और जल्द से जल्द हिंसा पर काबू पाया जाए।
इंटरनेट सेवाएं बंद, कर्फ्यू लागू
हिंसा की ताजा घटनाओं के कारण मणिपुर के कई जिलों में कर्फ्यू लगाया गया है। वहीं, कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं ताकि अफवाहों को फैलने से रोका जा सके। सुरक्षा एजेंसियों ने स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी है।
विधायकों और मंत्रियों के घरों पर हमले
ताजा हिंसा के दौरान उग्र भीड़ ने कुछ विधायकों और मंत्रियों के घरों पर तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाओं को अंजाम दिया है। इन घटनाओं के बाद राज्य में तनाव का माहौल बना हुआ है। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हरसंभव प्रयास शुरू कर दिए हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री का सक्रिय रुख
रविवार को अमित शाह ने महाराष्ट्र में अपने चुनाव प्रचार अभियान को बीच में रोककर दिल्ली लौटकर आपात बैठक की थी। इस बैठक में उन्होंने मणिपुर में बिगड़ती स्थिति पर चर्चा की और सुरक्षा एजेंसियों को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।