मंड्रेला, 6 मई 2024: मंड्रेला कस्बे में आज अखिल विश्व गायत्री परिवार के तत्वाधान में भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा पुरस्कार सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। साथ ही लाखों रुपए से भरा बैग लौटाकर ईमानदारी का परिचय देने वाली सुमन का भी गायत्री परिवार ने सम्मान किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां गायत्री के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
सम्मानित किए गए प्रतिभाशाली विद्यार्थी
भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विभिन्न विद्यालयों के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को अतिथियों द्वारा प्रमाण पत्र, पुरस्कार तथा साहित्य का सेट प्रदान कर प्रोत्साहित किया गया।
शिक्षकों का सम्मान
परीक्षा को सफल बनाने वाले शिक्षकों को भी प्रशस्ति पत्र एवं दुपट्टा पहनाकर सम्मानित किया गया।
विशिष्ट अतिथियों का उद्बोधन
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुरारीलाल सोनी ने कहा कि भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा बच्चों को भारतीय संस्कृति के गौरव का बोध कराने एवं नैतिक मूल्यों की स्थापना करने हेतु अत्यंत आवश्यक है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे रामाकांत पोलीवाल ने अपने उद्धबोधन में कहा कि विद्यार्थियों को अनुशासित एवं संस्कारवान बनाने में भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने भारतीय संस्कृति को विश्व की सबसे प्राचीन एवं महान संस्कृति बताया। उन्होंने कहा कि आज की व्यवसायिक शिक्षा प्रणाली में संस्कारों एवं माननीय संवेदनाओं का पूर्णतया अभाव है जिसकी पूर्ति हेतु गायत्री परिवार द्वारा इस परीक्षा का आयोजन किया जाता है।
अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
इस अवसर पर डॉ. विधान टी रावल, रामजीला फोगाट, जयसिंह, पवन सोनी, भगवतीप्रसाद तुलस्यान, नत्थू कुमावत, बनवारीलाल जांगिड़, रमेश तुलस्यान, निर्मल माखरिया, सुशील रूंगटा, दीपक भारद्वाज, अमित शर्मा सहित काफी संख्या में अभिभावक व शिक्षक भी मोजूद थे।
ईमानदार सुमन का सम्मान
लाखों रुपए से भरा बैग लौटाकर ईमानदारी का परिचय देने वाली सुमन का भी गायत्री परिवार ने सम्मान किया।
यह कार्यक्रम मंड्रेला में शिक्षा एवं संस्कृति के क्षेत्र में गायत्री परिवार के योगदान को दर्शाता है।