मंड्रेला, 17 मई 2025: मंड्रेला की सीमा पर स्थित ऐतिहासिक बीड़ तालाब को अतिक्रमण से बचाने और उसके संरक्षण की दिशा में स्थानीय नागरिकों ने संगठित प्रयास शुरू कर दिए हैं। इस उद्देश्य को लेकर ‘मंड्रेला बीड़ तालाब बचाओ संघर्ष समिति’ का गठन किया गया है। पटेल मार्केट स्थित कार्यालय में आयोजित पहली बैठक में महेंद्र जोशी को सर्वसम्मति से समिति का संयोजक चुना गया।

बैठक में बीड़ तालाब की भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराने, सीमांकन करवाने और उसे संरक्षित क्षेत्र घोषित करने की योजना पर विचार-विमर्श किया गया। निर्णय लिया गया कि इस कार्य हेतु जल्द ही भू-राजस्व विभाग के अधिकारियों और मुख्यमंत्री से मुलाकात की जाएगी तथा आवश्यक आदेशों की मांग की जाएगी।
बैठक के दौरान यह भी तय किया गया कि बीड़ तालाब की ऐतिहासिक और प्राकृतिक विरासत को संरक्षित रखने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ ही क्षेत्र के आमजन को इस अभियान से जोड़ा जाएगा, जिससे आंदोलन को जन सहयोग और मजबूती मिल सके।
संघर्ष समिति के गठन के साथ सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों ने यह शपथ ली कि वे तालाब को धरोहर के रूप में सुरक्षित रखने के लिए एकजुट होकर कार्य करेंगे और संघर्ष को निरंतर जारी रखेंगे।
समिति की कार्यकारिणी का विस्तार करते हुए सुधीर सिंह निर्वाण को अध्यक्ष, गोविंद जांगिड़ को उपाध्यक्ष, दीपक भारद्वाज को सचिव और तेजपाल शर्मा को कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया। सभी सदस्यों ने अपनी जिम्मेदारियों को पूरी निष्ठा से निभाने का संकल्प लिया।

स्थानीय लोगों ने इस पहल का स्वागत करते हुए उम्मीद जताई कि बीड़ तालाब को संरक्षित कर भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक जल स्रोत और प्राकृतिक धरोहर के रूप में सुरक्षित किया जा सकेगा।