चोरी के वाहनों की खरीद-फरोख्त का आरोपी, कई जिलों में वांछित था
मंड्रेला, 12 मार्च 2025: मंड्रेला पुलिस ने वर्ष 2022 से फरार चल रहे चोरी के वाहनों की खरीद-फरोख्त में संलिप्त अपराधी मनोज गिला को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पर 10,000 रुपये का इनाम घोषित था। पुलिस ने उसे झुंझुनू जेल से प्रोडक्शन वारंट पर हिरासत में लिया और न्यायालय में पेश कर रिमांड प्राप्त किया।
बोलेरो चोरी का मामला, जिसके बाद शुरू हुई जांच
16 नवंबर 2022 को खुडानिया निवासी सुनील कुमार ने मंड्रेला थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि उसने अपनी बोलेरो गाड़ी (RJ 10 UA 8628) रात 12 बजे घर के बाहर खड़ी की थी, लेकिन सुबह उठने पर गाड़ी गायब मिली। इस पर अज्ञात चोरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई।

पहले भी दो आरोपी हो चुके गिरफ्तार, पूछताछ में मनोज गिला का नाम आया सामने
जांच के दौरान पुलिस ने पहले ही आरोपियों आशीष उर्फ सेठी और योगेश जांगड़ा को गिरफ्तार कर लिया था। पूछताछ में सामने आया कि वे चोरी किए गए वाहनों को हरियाणा के फतेहाबाद जिले के भुना थाना क्षेत्र के नाढोडी निवासी मनोज गिला को बेचते थे। जब पुलिस ने मनोज गिला की तलाश की तो वह फरार हो गया। लगातार कोशिशों के बावजूद वह हाथ नहीं आया, जिसके बाद उस पर 10,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया।
झुंझुनू जेल से लिया गया प्रोडक्शन वारंट पर हिरासत में
मनोज गिला को हाल ही में झुंझुनू जेल से प्रोडक्शन वारंट के जरिए गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश कर रिमांड हासिल किया है। पूछताछ में उससे और भी मामलों की जानकारी मिलने की संभावना जताई जा रही है।
कई जिलों में दर्ज हैं वाहन चोरी के मुकदमे
मनोज गिला के खिलाफ पंचकुला, गुरुग्राम, पिलानी सहित अलग-अलग जिलों के विभिन्न थानों में वाहन चोरी के कई मुकदमे दर्ज हैं।

पुलिस टीम, जिसने की कार्रवाई
मनोज गिला की गिरफ्तारी में मंड्रेला पुलिस की विशेष टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई—
- सुरेश कुमार रोलन – थानाधिकारी, मंड्रेला
- रामसिंह – सहायक उपनिरीक्षक, मंड्रेला
- हेमराज – कांस्टेबल (164), मंड्रेला
- मनोज कुमार – कांस्टेबल (1362), मंड्रेला
जांच जारी, और खुलासे होने की संभावना
मंड्रेला पुलिस अभी आरोपी से पूछताछ कर रही है। संभावना है कि उससे चोरी के अन्य मामलों से जुड़े नए सुराग मिल सकते हैं। पुलिस अन्य राज्यों और जिलों से समन्वय कर रही है ताकि इस नेटवर्क से जुड़े अन्य अपराधियों तक भी पहुंच बनाई जा सके।