सिंघाना: गांव भैसावता कलां में मंगलवार को बलिदानी अजय सिंह नरूका की प्रथम पुण्यतिथि पर आयोजित समारोह में उनकी प्रतिमा का अनावरण किया गया। कार्यक्रम में पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता रामदास महाराज ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में शेर सिंह निर्वाण मौजूद रहे।
समारोह की शुरुआत अतिथियों द्वारा विधिवत पूजा-अर्चना के साथ की गई। इसके बाद बलिदानी अजय सिंह नरूका की प्रतिमा का अनावरण कर पुष्प अर्पित किए गए। राजेंद्र सिंह राठौड़ ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि डोडा जिले में हुए आतंकी हमले में अजय सिंह ने राष्ट्र के लिए जो बलिदान दिया, वह हमेशा देशवासियों के हृदय में जीवित रहेगा। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से भारतीय सेना ने अपने पराक्रम और साहस का ऐसा परिचय दिया, जिसे पूरी दुनिया ने सराहा है।
उन्होंने आगे कहा कि झुंझुनूं जिले की धरती बलिदानियों की भूमि रही है और यहां की हर सड़क, हर गांव किसी न किसी बलिदानी की गौरवगाथा से जुड़ी है। सड़क किनारे लगी इन बलिदानियों की प्रतिमाएं युवाओं को प्रेरणा देती हैं कि वे भी देश की सेवा में अपना योगदान दें।
बलिदानी अजय सिंह नरूका वर्ष 2018 में राजपूत रेजिमेंट में भर्ती हुए थे और 15 जुलाई 2024 को जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए वीरगति को प्राप्त हुए। उनके पिता कमल सिंह भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हैं। अजय सिंह की वीरांगना पत्नी शालू और माता सिलोचना कंवर भी समारोह में मौजूद रहीं। अतिथियों द्वारा तीनों को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीण, पूर्व सैनिक, छात्र-छात्राएं और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। पूरे आयोजन के दौरान देशभक्ति की भावना स्पष्ट रूप से दिखाई दी। आयोजकों ने बताया कि अजय सिंह की स्मृति में यह स्थल युवाओं के लिए प्रेरणा केंद्र बनेगा और हर वर्ष उनकी पुण्यतिथि पर आयोजन कर उनकी गाथा को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा।
यह समारोह केवल श्रद्धांजलि नहीं, बल्कि देशसेवा और बलिदान के संकल्प को दोहराने का अवसर भी बना। आयोजकों ने बलिदानी के नाम से पौधारोपण और रक्तदान शिविर जैसे सामाजिक कार्यों के आयोजन की भी घोषणा की।