रायपुर, छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल के निवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापा मारा है। यह कार्रवाई भिलाई स्थित उनके आवास सहित कुल 14 ठिकानों पर की गई। ईडी की टीम ने शुक्रवार सुबह करीब 7:00 बजे भूपेश बघेल के भिलाई-3 मानसरोवर कॉलोनी स्थित बंगले पर छापेमारी शुरू की।
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच, बेटे चैतन्य बघेल के घर भी रेड
सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई वित्तीय अनियमितताओं और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामलों के तहत की जा रही है। प्रवर्तन निदेशालय ने भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के निवास पर भी छापेमारी की है। ईडी की टीम तीन इनोवा कारों में सवार होकर पूर्व मुख्यमंत्री के घर पहुंची और जांच शुरू कर दी।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं का विरोध, सुरक्षा बलों के साथ बहस
ईडी की कार्रवाई की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता भूपेश बघेल के बंगले के बाहर जमा हो गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे। मौके पर मौजूद सुरक्षा बलों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की।
मीडिया को कवरेज से रोका गया, बढ़ा विवाद
छापेमारी के दौरान मीडिया को भी कवरेज करने से रोका गया, जिसके कारण विवाद बढ़ गया। कांग्रेस नेताओं ने इसे बदले की कार्रवाई बताते हुए कहा कि केंद्र सरकार राजनीतिक विरोधियों को दबाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।
भूपेश बघेल ने दी प्रतिक्रिया, ईडी की कार्रवाई को बताया राजनीति से प्रेरित
इस छापेमारी को लेकर भूपेश बघेल ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “यह कार्रवाई पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है। भाजपा सरकार चुनावों के दौरान विपक्षी नेताओं को परेशान करने के लिए ईडी और अन्य एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है। मुझे और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को इससे डराने की कोशिश की जा रही है, लेकिन हम इससे पीछे हटने वाले नहीं हैं।”

ईडी ने अब तक क्या कहा?
प्रवर्तन निदेशालय की ओर से अभी तक इस छापेमारी को लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। हालांकि, यह अनुमान लगाया जा रहा है कि मामला कोयला लेवी घोटाले और अन्य वित्तीय अनियमितताओं से जुड़ा हो सकता है