झुंझुनूं: जिले के नवलगढ़ में प्रशासन और वकीलों के बीच टकराव गहराता जा रहा है। भीम आर्मी भारत एकता मिशन ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर उपखंड अधिकारी और उपखंड मजिस्ट्रेट को वकीलों की कथित षड्यंत्रकारी गतिविधियों से बचाने की मांग की। संगठन ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने सहयोग नहीं किया तो आंदोलन किया जाएगा।
भीम आर्मी का आरोप: वकील फैला रहे षड्यंत्र
जिलाध्यक्ष विकास आल्हा के नेतृत्व में दिए गए ज्ञापन में कहा गया कि नवलगढ़ उपखंड अधिकारी और मजिस्ट्रेट अनुसूचित जाति वर्ग से आते हैं। वकीलों द्वारा सुनियोजित षड्यंत्र के तहत इन अधिकारियों को काम नहीं करने दिया जा रहा है। संगठन ने आरोप लगाया कि दबंग और ईमानदार अधिकारी जब जनता के लिए प्रभावी निर्णय लेते हैं, तो अभिभाषक संघ उन्हें बदनाम करने और कामकाज बाधित करने की कोशिश करता है।
धरनों और आरोपों से कामकाज प्रभावित
संगठन का कहना है कि वकील बार-बार धरना और विरोध प्रदर्शन करके प्रशासनिक कार्यों को रोकते हैं। भोली-भाली जनता को भी भड़काकर साथ लिया जाता है। नवलगढ़ में यह पांचवीं बार ऐसी घटना हुई है जब किसी अधिकारी को इसी तरह परेशान किया गया है।
संगठन ने दी आंदोलन की चेतावनी
भीम आर्मी ने साफ किया कि यदि जिला प्रशासन उपखंड अधिकारी और उपखंड मजिस्ट्रेट को प्रशासनिक सहयोग नहीं देता तो संगठन बड़ा आंदोलन करेगा। इसकी जिम्मेदारी सीधे जिला प्रशासन की होगी।
प्रतिनिधि मंडल में रहे कई पदाधिकारी शामिल

ज्ञापन देने वाले प्रतिनिधि मंडल में डॉक्टर जगदीश बरवड़, डॉक्टर विकास काला, रामानंद आर्य, भीम आर्मी तहसील अध्यक्ष पवन कुमार, तहसील उपाध्यक्ष शुभकरण बसवाला, निवास कुमार गर्वा, कृष्ण कुमार, विजेंद्र भाटिया, शीशराम सिलोलिया, प्रभुदयाल और देवकरण मेहरिया सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे।