भारत Vs ऑस्ट्रेलिया: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहले टेस्ट मैच का आज पहला दिन था, लेकिन पहले ही दिन एक बड़े विवाद ने इस मुकाबले को सुर्खियों में ला दिया। केएल राहुल के विवादित आउट होने पर भारतीय खेमे और क्रिकेट विशेषज्ञों ने ऑस्ट्रेलियाई टीम पर खेलभावना के विपरीत काम करने के आरोप लगाए हैं।
भारतीय पारी की शुरुआत
भारतीय कप्तान जसप्रीत बुमराह ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया। हालांकि, ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों पर शुरू से ही दबाव बनाए रखा। टॉप ऑर्डर के जल्दी आउट होने के बावजूद केएल राहुल ने एक छोर संभाले रखा और शानदार बल्लेबाजी कर रहे थे। उनकी पारी को एक विवादित फैसले ने बीच में ही रोक दिया।
विवादित आउट का मामला
यह घटना 23वें ओवर की है, जब मिचेल स्टार्क की गेंद पर विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने कैच का दावा किया। मैदानी अंपायर ने राहुल को नॉट आउट करार दिया, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने डीआरएस (डिसीजन रिव्यू सिस्टम) का सहारा लिया।
रिव्यू में दिखाया गया कि बैक कैमरा एंगल से बल्ले और गेंद के बीच स्पष्ट गैप था। हालांकि, स्निको मीटर में हलचल देखी गई, जिससे यह तय किया गया कि बल्ले और पैड टकराए थे। इसके बावजूद फ्रंट कैमरा एंगल से यह साफ नहीं हो पाया कि गेंद बल्ले से लगी थी या नहीं। बावजूद इसके थर्ड अंपायर ने राहुल को आउट दे दिया।
विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया
इस फैसले ने न केवल भारतीय फैंस को बल्कि क्रिकेट विशेषज्ञों को भी हैरान कर दिया। भारत के पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने कहा, “बैक कैमरा एंगल में बल्ले और गेंद के बीच स्पष्ट अंतर था। अगर बल्ला और गेंद टकराते, तो स्निको में दो बार हलचल होती। थर्ड अंपायर को सभी एंगल्स का ध्यानपूर्वक विश्लेषण करना चाहिए था।”
पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज वसीम अकरम ने भी थर्ड अंपायर के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा, “स्निको मीटर की हलचल बैट-पैड टकराने की वजह से थी। अगर थर्ड अंपायर अन्य एंगल्स का गहराई से अध्ययन करते, तो शायद यह फैसला राहुल के पक्ष में जा सकता था।”
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज ने कहा, “स्निको मीटर में दिखने वाली हलचल बैट और पैड के टकराने की थी, न कि बल्ले और गेंद की। बैक कैमरा एंगल से यह स्पष्ट था कि बल्ला और गेंद के बीच दूरी थी।”
कमेंटेटरों की प्रतिक्रिया
मैच के कमेंटेटरों ने भी इस निर्णय को गलत बताया। उन्होंने कहा कि डीआरएस के दौरान दिखाए गए कैमरा एंगल से राहुल नॉट आउट नजर आ रहे थे। यह फैसला क्रिकेट की खेलभावना के विपरीत लगता है।
भारतीय टीम पर दबाव
पहले दिन के खेल में भारतीय बल्लेबाजों को ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने कोई बड़ी साझेदारी करने का मौका नहीं दिया। शुरुआती झटकों के बाद टीम ने थोड़ी स्थिरता जरूर दिखाई, लेकिन राहुल के आउट होने के बाद फिर से दबाव में आ गई।