मुंबई, महाराष्ट्र: भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस ब्रह्मपुत्र में रविवार शाम को मुंबई के नौसेना डॉकयार्ड में भयानक आग लग गई। सोमवार सुबह तक आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन इस हादसे में जहाज एक तरफ झुक गया और एक नाविक लापता हो गया।
जहाज में मरम्मत कार्य चल रहा था
नौसेना के मुताबिक, आईएनएस ब्रह्मपुत्र में रविवार शाम को मरम्मत का काम चल रहा था, तभी अचानक आग लग गई। जहाज के चालक दल और नौसेना डॉकयार्ड तथा बंदरगाह में मौजूद अन्य जहाजों के अग्निशामकों ने मिलकर 16 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सोमवार सुबह तक आग पर काबू पा लिया।
जहाज एक तरफ झुक गया, नाविक लापता
आग बुझाने के बाद, जहाज का एक तरफ झुकना शुरू हो गया। नौसेना के सभी प्रयासों के बावजूद, जहाज को सीधी स्थिति में नहीं लाया जा सका। इस हादसे में जहाज पर सवार सभी 370 कर्मियों में से एक नाविक लापता हो गया है। लापता नाविक की तलाश जारी है।
नौसेना ने जांच के आदेश दिए
नौसेना ने इस हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। जांच में आग लगने के कारणों का पता लगाया जाएगा।
आईएनएस ब्रह्मपुत्र के प्रमुख तथ्य
- डिस्पेस्मेंट: 5,300 टन
- लंबाई: 125 मीटर
- बीम: 14.4 मीटर
- अधिकतम गति: 27 समुद्री मील
आईएनएस ब्रह्मपुत्र के बारे में
आईएनएस ब्रह्मपुत्र स्वदेशी रूप से निर्मित ‘ब्रह्मपुत्र’ श्रेणी का पहला गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट है। इसे अप्रैल 2000 में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था। यह जहाज समुद्र में होने वाली किसी भी तरह की लड़ाई के लिए सक्षम है। जहाज में मध्यम दूरी, करीबी दूरी और विमान भेदी हथियार, सतह से सतह और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें और टारपीडो लांचर लगे हैं। जहाज में समुद्री युद्ध के सभी पहलुओं को कवर करने वाले सेंसर की एक विस्तृत श्रृंखला है और यह सीकिंग और चेतक हेलीकॉप्टरों को संचालित करने में सक्षम है।