भजन लाल शर्मा राजस्थान के नए सीएम: भजनलाल शर्मा राजस्थान के नए मुख्यमंत्री चुने गए हैं। जयपुर की सांगानेर विधानसभा सीट से पहली बार के विधायक भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने लोकसभा चुनाव से पहले ब्राह्मण कार्ड चल दिया है। दीया कुमारी और प्रेम चंद बैरवा को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। वासुदेव देवनानी को विधानसभा स्पीकर की जिम्मेदारी दी गई है।
भरतपुर के रहने वाले 56 वर्षीय भजनलाल शर्मा के नाम का प्रस्ताव पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने रखा। केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह, सह-पर्यवेक्षक विनोद तावड़े और सरोज पांडेय की मौजूदगी में नव निर्वाचित विधायकों ने सर्वसम्मति से यह फैसला लिया। विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद भजनलाल ने पीएम मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह के साथ वरिष्ठ नेताओं और जनता का आभार व्यक्त किया। इसके बाद वह राज्यपाल के पास गए और सरकार बनाने का दावा पेश किया।
पहली बार के MLA और शाह के करीबी, कौन हैं राजस्थान के नए सीएम भजनलाल
इससे पहले भाजपा ने छत्तीसगढ़ में आदिवासी नेता विष्णुदेव साय को और मध्य प्रदेश में मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाया गया। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले तीन राज्यों में सरकार बनाने वाली भाजपा ने आदिवासी, ओबीसी और सर्वणों को साधने की कोशिश की है।
दीया कुमारी: दीया कुमारी को भाजपा ने डिप्टी सीएम बनाया है। महारानी दीया कुमारी ने हाल ही में राजस्थान की राजसमंद लोकसभा सीट से इस्तीफा दिया है। उन्होंने विद्याधर नगर से विधानसभा का चुनाव जीता है। जयपुर के पूर्व महाराजा भवानी सिंह की बेटी दीया कुमारी करीब एक दशक पहले राजनीति में आईं और उन्हें इस बार मुख्यमंत्री पद का दावेदार भी माना जा रहा था।
प्रेम चंद बैरवा: दीया कुमारी के अलावा भाजपा ने प्रेम चंद बैरवा को भी उपमुख्यमंत्री बनाया है। 54 साल के बैरवा दूदू विधानसभा सीट से जीतकर आए हैं। दलित समुदाय से आने वाले बैरवा पीएचडी डिग्री धारी हैं। 2018 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन संगठन के लिए काम करते रहने की वजह से उन्हें दोबारा मौका दिया गया और इस बार जीत के साथ उन्होंने डिप्टी सीएम का ओहदा भी पा लिया।
राजस्थान में कायम रहा रिवाज
राजस्थान में इस बार फिर तीन दशक पुराना रिवाज कायम रहा। जनता ने कांग्रेस की 5 साल पुरानी सरकार को हटाकर भाजपा को मौका दिया। 25 नवंबर को हुए मतदान में भाजपा ने पूर्ण बहुमत प्राप्त किया। 3 दिसंबर को जब नतीजे सामने आए तो भाजपा को 115 सीटों पर जीत मिली। कांग्रेस को 69 सीटों से संतोष करना पड़ा।
भाजपा ने घोषित नहीं किया था चेहरा
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की तरह राजस्थान में भी भाजपा इस बार सामूहिक नेतृत्व में चुनाव मैदान में उतरी थी। भाजपा ने मुख्यमंत्री पद के लिए किसी दावेदार के नाम का ऐलान नहीं किया था। भाजपा के सीएम फेस को लेकर लंबे समय से अटकलें लग रहीं थीं। वसुंधरा राजे, बाबा बालकनाथ, गजेंद्र सिंह शेखावत समेत करीब आधा दर्जन नाम चर्चा में बने हुए थे।