नई दिल्ली: भोगल में जल मंत्री आतिशी द्वारा चलाए जा रहे पानी सत्याग्रह के दौरान शनिवार को एक अप्रत्याशित घटना घटी। बस मार्शल के पद से निकाले गए कई लोगों ने अनशन स्थल पर पहुँचकर जोरदार प्रदर्शन किया। आम आदमी पार्टी (AAP) के कार्यकर्ताओं और सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत कार्रवाई कर प्रदर्शनकारियों को वहां से हटाया।
प्रदर्शनकारियों के आरोप
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि उन्हें दिल्ली सरकार द्वारा बसों में मार्शल के रूप में तैनात किया गया था, लेकिन उन्हें अचानक नौकरी से निकाल दिया गया। उनका आरोप है कि वे पिछले आठ माह से अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन दिल्ली सरकार के मंत्री उनकी समस्याओं को सुनने के लिए तैयार नहीं हैं। प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने यह भी आरोप लगाया कि जब वे शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांग लेकर मंत्री आतिशी के सामने पहुँचीं, तो वहां मौजूद लोगों ने उनके साथ मारपीट की। उन्हें भाजपा का एजेंट कहकर अपमानित किया गया, जबकि उनका कहना है कि उनका न भाजपा से कोई संबंध है और न ही आम आदमी पार्टी से। उन्हें केवल अपना रोजगार चाहिए।
Delhi: आतिशी के अनशन वाली जगह पर पहुंचे नौकरी से निकाले गए बस मार्शल, खूब बरपा हंगामा; देखें VIDEO#atishi#atishifast pic.twitter.com/D7Uwrt3c2O
— मोनू कुमार (@monu_kumar22) June 22, 2024
आतिशी की प्रतिक्रिया
जल मंत्री आतिशी ने प्रदर्शनकारियों के बारे में कहा कि भाजपा को यह समझना होगा कि वह गांधीजी के सत्याग्रह के रास्ते पर हैं और ऐसे छोटे हमलों से नहीं डरेंगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक दिल्ली के 28 लाख लोगों को उनके हक का पानी नहीं मिल जाता, उनका अनशन जारी रहेगा।
स्वास्थ्य पर असर
पानी के अधिकार के लिए अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठीं आतिशी का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है। अनशन के चलते उनके ब्लड प्रेशर, वजन और शुगर लेवल में गिरावट आई है। चिकित्सकों की टीम लगातार उनके स्वास्थ्य पर निगरानी रख रही है।