पिलानी, 5 जनवरी: बिट्स पिलानी कैम्पस द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं और लड़कियों को सशक्त बनाने के लिए एक नई और अभिनव पहल की है। इस पहल को नाम दिया गया है WE- REACH (Women in Education – Reaching and Empowering Communities through Applied Education)। यह पहल प्रबंधन विभाग के पायलट प्रोग्राम के तहत और PARC (पिलानी आत्मनिर्भर संसाधन केंद्र) के सहयोग से शुरू की गई है। इसका मुख्य उद्देश्य वित्त, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य और स्वच्छता जैसे क्षेत्रों में मार्गदर्शन, करियर परामर्श और व्यावहारिक शिक्षा के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाना है। बिट्स की यह पहल छात्राओं में नेतृत्व, नागरिक जुड़ाव और क्षमता निर्माण को बढ़ावा देने पर भी केन्द्रित है।
शिक्षा और प्रशिक्षण, करियर परामर्श और सामुदायिक जुड़ाव
इस पहल के तहत छात्राओं को विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसमें वित्तीय साक्षरता, प्रौद्योगिकी का उपयोग, स्वास्थ्य और स्वच्छता आदि शामिल हैं। छात्राओं को उनके करियर विकल्पों के बारे में मार्गदर्शन दिया जाएगा। साथ ही छात्राओं को समुदाय के विकास में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाएगा।
WE- REACH कार्यक्रम के पहले चरण में कक्षा XI की 51 छात्राओं को इस योजना में शामिल किया गया है। इन छात्राओं को उदयन शालिनी छात्रवृत्ति योजना का लाभ भी मिलेगा। बिट्स के इस पायलट प्रोग्राम का संचालन पूरी तरह से बिट्स की महिला फैकल्टी द्वारा किया जाएगा।
उद्घाटन समारोह में बिट्स प्रबंधन विभाग के एचओडी प्रोफेसर प्रवीण गोयल और निदेशक प्रोफेसर सुधीर कुमार बरई ने भाग लिया।
डायरेक्टर प्रो बरई ने बड़े सपने देखने के लिए प्रेरित किया
बिट्स डायरेक्टर प्रोफेसर सुधीर कुमार बरई ने उद्घाटन भाषण में छात्राओं को बड़े सपने देखने और व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास के अवसरों का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने सेवा-शिक्षण पद्धतियों के माध्यम से कक्षा के ज्ञान को वास्तविक जीवन की चुनौतियों से जोड़ने के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में इस पहल के तहत और भी कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों में आत्मविश्वास बढ़ाने और जीवन कौशल बढ़ाने के लिए इंटरैक्टिव गतिविधियाँ, संचार कौशल, खेल और कार्यशालाएँ शामिल होंगी।
प्रोफेसर सुधीर कुमार बरई ने बताया कि इस प्रोग्राम के तहत शीर्ष 5 प्रदर्शन करने वाली छात्राओं को व्यक्तिगत रूप से भी पुरस्कृत किया जाएगा।
आपको बता दें कि बिट्स पिलानी की यह पहल ग्रामीण छात्राओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल इन छात्राओं का जीवन बदलेगा, बल्कि समाज का भी विकास होगा।
इस पायलट प्रोग्राम को तैयार करने में प्रोफेसर जयश्री महेश को प्रबंधन विभाग की शोध छात्रा कोमल राठौड़ का सहयोग मिला। कार्यक्रम में ग्रामीण क्षेत्र की सरकारी स्कूल की छात्राएं अधिक संख्या में मौजूद रही। छात्राओं को सम्मानित करते हुए उन्हें स्कूल की पढ़ाई से सम्बन्धित सामग्री का एक किट भी दिया गया। वर्कशॉप में डीन मुरलीधर राव भी मौजूद रहे।