चिड़ावा: शहर की धार्मिक पहचान को नई ऊंचाई देने वाला “बावलिया बाबा मेला महोत्सव 2025” एक बार फिर श्रद्धा, भक्ति और सांस्कृतिक रंगों के साथ शुरू होने जा रहा है। शिवनगरी चिड़ावा में 25 दिसंबर से 4 जनवरी तक आयोजित होने वाला यह 11 दिवसीय धार्मिक मेला न केवल श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बनेगा, बल्कि शीतकालीन अवकाश के दौरान बच्चों और परिवारों के लिए भी खास आकर्षण रहेगा।
परमहंस पंडित गणेश नारायण बावलिया बाबा के निर्वाण दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित यह मेला महोत्सव चिड़ावा के मालियों की बगीची विद्यालय परिसर में बाबा की समाधि स्थल पर संपन्न होगा। बावलिया बाबा मेला महोत्सव समिति के संरक्षक सुरेश भूकर ने जानकारी देते हुए बताया कि यह आयोजन क्षेत्र की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को संजोने का प्रतीक है।
11 दिनों तक चलने वाले इस मेले में प्रतिदिन धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। भजन संध्या, कीर्तन, आध्यात्मिक प्रवचन और अन्य धार्मिक गतिविधियों के माध्यम से श्रद्धालुओं को बाबा की शिक्षाओं से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। आयोजकों के अनुसार, हर दिन अलग-अलग धार्मिक प्रस्तुतियां होंगी, जिससे वातावरण पूरी तरह भक्तिमय बना रहेगा।
यह मेला स्कूली बच्चों के शीतकालीन अवकाश के दौरान आयोजित किया जा रहा है, जिससे बच्चों के लिए मनोरंजन के भरपूर अवसर उपलब्ध रहेंगे। मेले में झूले, खिलौनों की दुकानें, खानपान स्टॉल और अन्य मनोरंजन साधन लगाए जाएंगे, जो परिवारों के लिए खास आकर्षण का केंद्र बनेंगे।
आयोजन समिति ने चिड़ावा सहित आसपास के क्षेत्रों के श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में मेले में पहुंचकर बावलिया बाबा का आशीर्वाद प्राप्त करें और इस धार्मिक उत्सव का हिस्सा बनें।





