भारत-इंग्लैंड: बाराबती स्टेडियम में 9 फरवरी को खेले जाने वाले भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरे एकदिवसीय क्रिकेट मैच के टिकट बिक्री के दौरान भारी भीड़ के कारण अफरा-तफरी मच गई। बुधवार को जैसे ही टिकट काउंटर खुले, हजारों की संख्या में क्रिकेट प्रेमी स्टेडियम परिसर में जमा हो गए, जिससे हालात बेकाबू हो गए। भीड़ इतनी अधिक थी कि भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई, जिसमें कई लोग घायल हो गए और कुछ बेहोश हो गए।
मंगलवार रात से लगी थी कतारें
जानकारी के अनुसार, इस मैच के लिए कुल 11,500 टिकट उपलब्ध थे, लेकिन मंगलवार की रात से ही करीब 10,500 लोग कतार में खड़े थे। बुधवार की सुबह जैसे ही काउंटर खुले, भीड़ में और इजाफा हो गया, जिससे हालात और बिगड़ गए। लोगों का आरोप है कि प्रशासन की लापरवाही और टिकट वितरण में अव्यवस्था के कारण ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई।
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अव्यवस्था और पुलिस की लाठीचार्ज
बेकाबू भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज तक करना पड़ा। कटक डीसीपी जगमोहन मीणा और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। पुलिस के हस्तक्षेप के बावजूद भीड़ को नियंत्रित करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। गर्मी के कारण कई लोग बेहोश हो गए, जिन्हें तुरंत प्राथमिक उपचार दिया गया।
प्रशासन पर लगे गंभीर आरोप
टिकट खरीदने आईं महिला क्रिकेट फैन मोनिका ने आरोप लगाया कि पुलिस ने कुछ लोगों को बिना कतार के टिकट खरीदने की अनुमति दी, जिससे हालात और बिगड़ गए। कोलकाता से आई छात्रा ईशा ने बताया कि वह मंगलवार रात से कतार में खड़ी थी, लेकिन भीड़ के कारण पुलिस ने उन्हें बाहर निकाल दिया, जिससे वह टिकट नहीं खरीद सकीं।
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पानी और अन्य सुविधाओं की कमी
स्टेडियम परिसर में पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं का भी अभाव था, जिससे लोगों को काफी परेशानी हुई। ओडिशा क्रिकेट एसोसिएशन (OCA) द्वारा टिकट बिक्री के लिए प्रमाण पत्र दिखाकर प्रति व्यक्ति दो टिकट की सीमा निर्धारित की गई थी। बावजूद इसके, अव्यवस्था के चलते बुधवार को ही अधिकांश टिकट समाप्त हो गए।
टिकट कालाबाजारी के आरोप
कई लोगों ने आरोप लगाया कि कतार में खड़ी कुछ महिलाओं को टिकट खरीदने के लिए इस्तेमाल किया गया, ताकि बाद में इन टिकटों की कालाबाजारी की जा सके। इस मुद्दे को लेकर भीड़ में काफी चर्चा रही और लोगों ने इस पर नाराजगी जताई।