चिड़ावा: बांग्लादेश में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की निर्मम हत्या और सार्वजनिक रूप से शव जलाए जाने की घटना को लेकर देशभर में रोष फैलता जा रहा है। इसी क्रम में झुंझुनूं जिले के चिड़ावा कस्बे में आज शनिवार को हिंदुओं पर हो रहे कथित अत्याचारों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। यह प्रदर्शन मानवता, न्याय और धार्मिक स्वतंत्रता के समर्थन में हिंदू समाज की एकजुट आवाज के रूप में देखा जा रहा है।
बांग्लादेश में सामने आई घटना में हिंदू समुदाय से जुड़े युवक दीपू चंद्र दास की कथित रूप से निर्मम हत्या कर शव को खुलेआम जलाए जाने का मामला सामने आया है। इस घटना को लेकर हिंदू संगठनों और समाज में गहरा आक्रोश है। लोगों का कहना है कि यह केवल एक व्यक्ति की हत्या नहीं, बल्कि धार्मिक अल्पसंख्यकों पर बढ़ते अत्याचार का प्रतीक है।
विश्व हिन्दू परिषद चिड़ावा नगर अध्यक्ष गौरव शर्मा ने बताया कि घटना के विरोध में चिड़ावा के विवेकानंद चौक पर आज रविवार 21 दिसंबर को शाम 6 बजे आक्रोशित हिंदू समाज द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। आयोजन से जुड़े लोगों के अनुसार यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से किया जाएगा, जिसमें बड़ी संख्या में सनातन धर्म से जुड़े लोग शामिल होंगे।
आयोजकों का कहना है कि यह विरोध प्रदर्शन किसी समुदाय के खिलाफ नहीं, बल्कि हिंसा, आतंक और अमानवीय कृत्यों के विरोध में है। प्रदर्शन के माध्यम से यह संदेश दिया जाएगा कि हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ समाज अब मौन नहीं रहेगा और लोकतांत्रिक तरीके से अपनी आवाज बुलंद करेगा।
प्रदर्शन को लेकर सभी से अपील की गई है कि वे बड़ी संख्या में पहुंचकर एकजुटता का परिचय दें। आयोजकों का कहना है कि एकजुट होकर विरोध दर्ज कराना ही पीड़ितों के प्रति सच्ची संवेदना और समर्थन है।
यह विरोध प्रदर्शन आज 21 दिसंबर को शाम 6 बजे चिड़ावा के विवेकानंद चौक पर आयोजित किया जाएगा, जिसमें बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों और दीपू चंद्र दास की हत्या के विरोध में आवाज उठाई जाएगी।





