सूरजगढ़ (विशेष संवाददाता): बलौदा में शराब ठेका चलाने वाले माफियाओं द्वारा दलित युवक रामेश्वर बाल्मीकि की बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या करने के मामले में आबकारी विभाग ने सख्त कदम उठाए हैं। विभाग ने सीज किए गए शराब ठेके में रखी शराब को जब्त कर लिया है।
कार्रवाई का विवरण
कार्रवाई के दौरान आबकारी विभाग के सीआई गिरधारीलाल और थाना प्रभारी अशोक कुमार मौजूद थे। आबकारी विभाग ने पहले ही ठेके का लाइसेंस निरस्त कर दिया था और अब ठेके के अंदर रखी शराब को भी जब्त कर लिया गया है। यह कदम शराब माफियाओं के खिलाफ उठाया गया है जिन्होंने 14 मई को दलित युवक रामेश्वर बाल्मीकि और जेठूराम नायक का अपहरण कर लिया था और उन्हें एक हवेली में बंधक बनाकर बेरहमी से पीटा था। इस मारपीट में रामेश्वर की मौत हो गई थी।
प्रारंभिक कार्रवाई और मीडिया की भूमिका
इस मामले में प्रारंभिक जांच में आबकारी विभाग ने शराब ठेकेदार को क्लीनचिट दे दी थी। लेकिन मीडिया की पड़ताल ने ठेकेदार द्वारा नियम विरुद्ध ठेका चलाने का खुलासा किया गया, जिसके बाद आबकारी विभाग ने ठेका निरस्त करने का फैसला लिया।

विधायक का दौरा
शनिवार को पीड़ित परिवार से मिलने पिलानी विधायक पितराम सिंह काला बलौदा पहुंचे। उन्होंने परिवार के सदस्यों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी और न्याय का भरोसा दिलाया।
आगे की कार्रवाई
आबकारी विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। विभाग ने ठेका निरस्त कर दिया है और अब ठेके के भीतर रखी शराब को जब्त कर लिया गया है। इस मामले में सभी दोषियों को सजा दिलाने के लिए जांच जारी है।
निष्कर्ष
बलौदा में हुई इस घटना ने शराब माफियाओं की गतिविधियों और उनके प्रभाव को उजागर किया है। प्रशासन की इस कार्रवाई से उम्मीद है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगेगा और दोषियों को उनके कृत्यों की सजा मिलेगी। पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए प्रशासन और विधायक द्वारा उठाए गए कदम सराहनीय हैं।