फ्लोरिडा, अमेरिका: अमेरिका के फ्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी (एफएसयू) में गुरुवार को हुए गोलीबारी कांड ने एक बार फिर देशभर में विश्वविद्यालय परिसरों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आरलैंडो स्थित प्रतिष्ठित न्यूज चैनल WFTV9 की रिपोर्ट के अनुसार, इस भीषण गोलीबारी में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि छह अन्य घायल हो गए हैं। घायलों में एक की हालत अत्यंत गंभीर बताई जा रही है, जिसे तत्काल इमरजेंसी मेडिकल सुविधा के तहत अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना का विवरण: हमलावरों की पहचान और कार्रवाई
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, हमले को दो लोगों ने अंजाम दिया। सुरक्षा बलों की तत्परता के चलते एक हमलावर को मौके पर ही मार गिराया गया है, जबकि दूसरे हमलावर को हिरासत में ले लिया गया है। हमले का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है और मामले की गहन जांच की जा रही है।
राष्ट्रपति की प्रतिक्रिया: ‘शर्मनाक’ बताया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को घटना की जानकारी दी गई, जिसके बाद उन्होंने इस भयावह घटना को “शर्मनाक” करार देते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों को निर्देश दिए हैं कि इस घटना की निष्पक्ष और गहन जांच सुनिश्चित की जाए।
एफबीआई और स्थानीय एजेंसियों की जांच में सक्रियता
संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के निदेशक काश पटेल ने सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी साझा की कि एफबीआई की टीम स्थानीय एजेंसियों की सहायता के लिए घटनास्थल पर मौजूद है। उन्होंने कहा, “हम प्रत्येक संभावित सहायता स्थानीय एजेंसियों को उपलब्ध कराएंगे। हमारा प्राथमिक उद्देश्य है – सटीक तथ्यों की पुष्टि और जिम्मेदार तत्वों को न्याय के कटघरे में लाना।”
अमेरिका में शैक्षणिक संस्थानों पर गोलीबारी की पुनरावृत्ति
अमेरिका में स्कूलों और कॉलेजों में गोलीबारी की घटनाएं कोई नई बात नहीं हैं। वर्ष 2018 में भी फ्लोरिडा के एक हाई स्कूल में घटी भीषण घटना में 17 छात्रों और स्कूल स्टाफ की जान चली गई थी। इन घटनाओं ने अमेरिका में गन कंट्रोल कानूनों को लेकर व्यापक बहस को जन्म दिया है।