झुंझुनूं: जिले के गुढ़ागौड़जी क्षेत्र के ककराना गांव में पेयजल संकट ने विकराल रूप ले लिया है। शुक्रवार को इस संकट से परेशान ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने जल जीवन मिशन के तहत बनी पेयजल टंकी पर चढ़कर प्रदर्शन किया। पूर्व सरपंच गीता देवी के पति शीशराम खटाना टंकी पर सबसे पहले चढ़े और उनके पीछे अन्य ग्रामीण भी चढ़ गए। प्रदर्शन के दौरान प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई और स्थायी समाधान की मांग की गई।
शीशराम खटाना ने बताया कि गांव में चार वर्ष पूर्व जल जीवन मिशन के अंतर्गत लाखों रुपये खर्च कर पानी की टंकी का निर्माण किया गया था, लेकिन आज तक उस टंकी में एक बार भी पानी नहीं आया। यह टंकी अब सिर्फ एक सूखा ढांचा बनकर रह गई है। उन्होंने कहा कि जब तक गांव को स्थायी रूप से पानी नहीं मिलेगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
गांव की सरपंच रह चुकी पूजा खटाना का परिवार स्थानीय राजनीति में प्रभाव रखता है, बावजूद इसके वे भी पानी जैसी मूलभूत सुविधा दिलाने में असफल रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पानी की किल्लत के कारण सबसे अधिक असर महिलाओं और बच्चों पर पड़ रहा है। रोजमर्रा की जरूरतों के लिए दो से तीन किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ता है, जिससे महिलाओं का अधिकांश समय इसी कार्य में व्यतीत हो रहा है और बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।
ग्रामीणों का आरोप है कि वे पंचायत, जलदाय विभाग और जिला प्रशासन से कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन हर बार उन्हें केवल आश्वासन ही मिला है। अब जब गर्मी की मार चरम पर है और हालात और अधिक खराब हो चुके हैं, तब मजबूरी में उन्हें प्रदर्शन का सहारा लेना पड़ा।
प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर शीघ्र समाधान नहीं किया गया तो वे जिला मुख्यालय तक पैदल मार्च करेंगे और जलदाय विभाग का घेराव भी किया जाएगा। गांववासियों की इस चेतावनी से साफ है कि अब पानी के बिना वे शांत नहीं बैठेंगे।