चिड़ावा, 17 अप्रैल 2025: गर्मी की शुरुआत के साथ ही चिड़ावा शहर के कई क्षेत्रों में पेयजल संकट गहराने लगा है, जिससे आमजन को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। विशेष रूप से वार्ड संख्या 12 के निवासियों ने जल संकट को लेकर गुरुवार को अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी कैलाश सिंह कविया को उपखंड अधिकारी के नाम ज्ञापन सौंपते हुए अपनी पीड़ा व्यक्त की।

ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि वार्ड 12 में जलापूर्ति के लिए कुल छह ट्यूबवेल स्थापित हैं, लेकिन इसके बावजूद नियमित और समान जल आपूर्ति नहीं हो पा रही है। वार्डवासियों का आरोप है कि जिनके घरों के पास ट्यूबवेल स्थित हैं, उन्होंने उन पर नियंत्रण जमा रखा है, जिससे अन्य हिस्सों में जल वितरण बाधित हो रहा है। इससे विशेष रूप से दूरदराज़ के मकानों में रहने वाले लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ रहा है।
निवासियों ने जलदाय विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि विभाग में कोई भी जिम्मेदार अधिकारी या कर्मचारी समय पर उपस्थित नहीं रहता। बार-बार शिकायतों के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। स्थानीय नागरिकों ने यह मांग की कि प्रत्येक ट्यूबवेल पर जलदाय विभाग का कर्मचारी नियुक्त किया जाए, ताकि पानी के वितरण की निगरानी हो सके और अनावश्यक कब्जे रोके जा सकें। साथ ही ट्यूबवेलों पर नियंत्रण के लिए उपयुक्त वाल्व लगाए जाएं।
ज्ञापन सौंपने के बाद नागरिक पंचायत समिति परिसर में आयोजित उपखंड स्तरीय जनसुनवाई में भी पहुंचे और उपखंड अधिकारी (एसडीएम) डॉ. नरेश सोनी को जल संकट की गंभीरता से अवगत कराते हुए एक बार पुनः ज्ञापन सौंपा। उन्होंने आग्रह किया कि गर्मियों में बढ़ती मांग को देखते हुए शीघ्र ही स्थायी समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएं।

जनप्रतिनिधियों और स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से मांग की कि जल वितरण व्यवस्था को पारदर्शी और नियमित किया जाए, जिससे सभी नागरिकों को समान रूप से पानी मिल सके। साथ ही प्रशासन से यह अपेक्षा जताई गई कि वह जलदाय विभाग की लापरवाही पर सख्त कार्रवाई करते हुए जिम्मेदारों को जवाबदेह बनाए।
ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख नाम
ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमिला, दयावती, प्रकाशवीर मान, कुलदीप, अजय कुमार, कृष्ण कुमार, बाबूलाल, प्रवीण कुमार, विजेंद्र सैनी, सुरेश कुमार, राकेश कुमार और रिछपाल वर्मा सहित अन्य नागरिक शामिल रहे। सभी ने प्रशासन से शीघ्र हस्तक्षेप की अपील की है।