चिड़ावा, 11 नवंबर 2024: पूर्व केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने सोमवार को चिड़ावा में अपने परिजनों से मुलाकात के दौरान अपनी बचपन की यादों को ताजा किया और क्षेत्रीय मुद्दों पर महत्वपूर्ण चर्चा की। उनका आगमन पुरानी तहसील रोड स्थित गणपत सुपर मार्केट में हुआ, जहां उन्होंने अपनी मौसी प्रभा देवी के परिवार से आत्मीयता भरी मुलाकात की।
लेखी का स्वागत श्री रामलीला परिषद के उपाध्यक्ष राजेश शर्मा और पूर्व पालिकाध्यक्ष सुभाष शर्मा के नेतृत्व में किया गया। इस दौरान पुष्प वर्षा की गई, माला पहनाकर, चुनरी ओढ़ाकर एवं संत परमहंस पंडित गणेश नारायण बावलिया की तस्वीर भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। लेखी ने परिजनों के साथ आत्मीयता से बातचीत की और बचपन की यादों को साझा किया। उन्होंने स्थानीय व्यंजनों का भी आनंद लिया, जिसमें कांची बड़े, चिड़ावा के पेड़े और बाजरे की रोटी शामिल थे।
नए सीजेआई को दी बधाई, न्याय प्रणाली में सुधार की आशा व्यक्त
चिड़ावा प्रवास के दौरान मीनाक्षी लेखी ने देश के नए मुख्य न्यायाधीश जस्टिस खन्ना को बधाई दी और न्याय प्रणाली में सरलीकरण की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा कि न्याय सबके लिए सुलभ हो, इसके लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे। लेखी का मानना है कि नए सीजेआई के नेतृत्व में देश की न्यायिक प्रणाली में सकारात्मक बदलाव आएगा, जिससे आम जनता को न्याय प्राप्ति में आसानी होगी।
शेखावाटी में नहर परियोजना पर विचार
शेखावाटी क्षेत्र के विकास पर अपने विचार व्यक्त करते हुए लेखी ने नहर परियोजना को लेकर आशा व्यक्त की कि अब भाजपा की सरकार हरियाणा, राजस्थान और केंद्र में होने से शेखावाटी के निवासियों को पांच नदियों के पानी का लाभ मिल सकेगा। उन्होंने इस मुद्दे पर ठोस कदम उठाने की बात कही ताकि पूरे राजस्थान को पानी की समस्या से निजात मिल सके।
उपचुनाव में भाजपा का समर्थन करने का आग्रह
मीनाक्षी लेखी ने उपचुनाव में भाजपा को समर्थन देने की अपील की और कांग्रेस पर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए जनता से भाजपा की सच्चाई के साथ चलने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास जनता के विकास के लिए ठोस योजनाएं हैं, जो राज्य के विकास के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगी।
“विकसित भारत 2047” व्याख्यानमाला में हुई शामिल
चिड़ावा में दो घंटे रुकने के बाद लेखी परमहंस पंडित गणेश नारायण के दर्शन कर झुंझुनूं के एस एस मोदी विद्या विहार में आयोजित “विकसित भारत 2047” विषयक व्याख्यानमाला में शामिल होने के लिए रवाना हुईं। इस व्याख्यानमाला में भारत के भविष्य, विकास के लक्ष्यों और विभिन्न चुनौतियों पर चर्चा हुई, जिसमें लेखी ने अपनी विचारधारा साझा की।