चिड़ावा: किठाना गांव में रविवार को भावुक क्षण देखने को मिले, जब पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ चाची शांति देवी के निधन पर अपने पैतृक गांव पहुंचे। उपराष्ट्रपति पद से त्यागपत्र देने के बाद यह उनकी पहली घर वापसी रही, जहां उन्होंने परिजनों से मिलकर सांत्वना दी और अंतिम यात्रा में कांधा भी दिया।
किठाना गांव में रविवार सुबह 8 बजे जगदीप धनखड़ की चाची शांति देवी का निधन हो गया। निधन की सूचना मिलते ही गांव में शोक का माहौल बन गया। परिवारजन और ग्रामीण बड़ी संख्या में उनके अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे।
दोपहर करीब 3:30 बजे जगदीप धनखड़ भी किठाना पहुंचे और सीधे अंतिम यात्रा में शामिल हुए। उन्होंने भावुक होकर चाची शांति देवी को कांधा दिया और गांव की अंतिम संस्कार परंपराओं में सहभागिता निभाई।
अंतिम संस्कार के बाद जगदीप धनखड़ अपने पैतृक घर पहुंचे, जहां उन्होंने परिवारजनों से मुलाकात की। इसके बाद वे गांव में निर्माणाधीन हॉस्पिटल की ओर गए और वहां की प्रगति की जानकारी ली।
किठाना में उन्होंने लगभग एक घंटे का समय बिताया और फिर 4:30 बजे वापस दिल्ली के लिए रवाना हो गए। उनके अचानक दौरे के कारण गांव में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई थी।




