पूर्णिया, बिहार: पूर्णिया जिले के रानीपतरा रेलवे स्टेशन के समीप मंगलवार देर रात एक बड़ा रेल हादसा होने से टल गया। कटिहार से जोगबनी जा रही डीएमयू ट्रेन (07561) के चक्के में अचानक सरिया (रॉड) उलझ गई, जिससे ट्रेन की सुरक्षा पर खतरा मंडराने लगा। हालांकि, ट्रेन पायलट की सूझबूझ और त्वरित निर्णय क्षमता के कारण एक बड़ी दुर्घटना होते-होते बच गई। इस घटना में सभी यात्री पूरी तरह से सुरक्षित रहे, जिससे राहत की सांस ली जा रही है।
पायलट की सतर्कता से बची जानें
इस हादसे के दौरान, जब पायलट ने महसूस किया कि ट्रेन के चक्के में कुछ फंस गया है, उन्होंने तुरंत आपातकालीन ब्रेक का उपयोग किया और ट्रेन को रोक दिया। पायलट की सतर्कता के कारण ट्रेन को सही समय पर नियंत्रित कर लिया गया, जिससे एक बड़ी दुर्घटना टल गई। स्थानीय प्रशासन, जीआरपी बल, और रेलवे के अन्य अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया और ट्रेन के चक्के में उलझी सरिया (रॉड) को बाहर निकाला।
सीसीटीवी में कैद हुई घटना, जांच शुरू
इस पूरी घटना की तस्वीरें और वीडियो रानीपतरा स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई हैं। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, ट्रैक पर जानबूझकर सरिया डालने की घटना को गंभीरता से लिया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि घटना की पूरी जांच की जाएगी और जिन लोगों ने यह कृत्य किया है, उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान के प्रयास जारी हैं।
यात्रियों की प्रतिक्रिया: पायलट की प्रशंसा
घटना के समय ट्रेन में सवार यात्रियों ने पायलट की सूझबूझ और बहादुरी की जमकर तारीफ की। एक यात्री ने कहा, “हमें लगा कि ट्रेन में तकनीकी खराबी आ गई है, लेकिन पायलट ने बिना किसी घबराहट के ट्रेन को शांति से रोक दिया। उनकी तत्परता से हमारी जान बची।” यात्रियों को रेलवे की ओर से भरोसा दिलाया गया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचाव के लिए रेलवे सतर्क है और सुरक्षा के सभी मापदंडों का पालन किया जाएगा।