जब धर्म की हानि होती है, तब भगवान धरती पर अवतरित होते हैं: कथा व्यास भरत मुनि महाराज
पिलानी: कस्बे के श्री श्याम मन्दिर में चल रहे 9 दिवसीय श्रीमद भागवत कथा ज्ञानयज्ञ के 5वें दिन आज मंगलवार को कथा व्यास भरत मुनि महाराज ने भगवान के वामन अवतार तथा श्री कृष्ण जन्मोत्सव कथा का सप्रसंग विस्तार से वर्णन किया। कृष्ण जन्मोत्सव की खुशी में मंगलवार को कथा स्थल को विशेष रूप से सजाया गया था।
पंचदेव उदासीन आश्रम ऐलनाबाद के संस्थापक ब्रह्मलीन तपस्वी बाबा विश्वमुनि जी महाराज की स्मृति में हो रहे इस धार्मिक आयोजन में कथा व्यास भरत मुनि महाराज ने अपने प्रवचनों में बताया कि जब अत्याचारी कंस के पापों से धरती डोलने लगी, तब उसके अन्त के लिए भगवान कृष्ण को स्वयं अवतरित होना पड़ा। सात संतानों की मृत्यु के बाद जब देवकी पुनः गर्भवती हुईं, तो उन्हें अपनी इस संतान की भी मृत्यु का भय निरंतर सता रहा था। भरत मुनि महाराज ने बताया कि भगवान की लीला वे स्वयं ही समझ सकते हैं, कोई और नहीं। क्योंकि भगवान कृष्ण के जन्म लेते ही कारागार के समस्त बंधन स्वत: ही टूट गए और भगवान श्रीकृष्ण गोकुल पहुंच गए। भरत मुनि महाराज ने बताया कि जब-जब धरती पर धर्म की हानि होती है, तब-तब भगवान स्वयं धरती पर अवतरित होते हैं।
कृष्ण जन्म का वर्णन सुन, झूम उठे श्रद्धालु
जैसे ही कथा के दौरान भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ, पूरा पांडाल जयकारों से गूंजने लगा। श्रीकृष्ण जन्म उत्सव पर नन्द के आनंद भयो जय कन्हैयालाल की भजन प्रस्तुत किया गया तो श्रद्धालु भक्ति में भाव विभोर होकर झूमने लगे। सभी ने एक-दूसरे को श्रीकृष्ण जन्म की बधाईयां दी, खिलौने और मिठाईयां बांटी गई। कथा महोत्सव में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भजन प्रदुम कर भगवान श्री कृष्ण के जन्म की खुशियां मनाई।
आज के आयोजन के यजमान अंकुश सरावगी, दिनेश पांडे, राकेश चोटिया तथा महेंद्र टेलर थे। भगवान के जन्म पर माखन मिश्री का प्रसाद वितरण किया गया।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर पवन शर्मा, भोला राम सैनी, नरेश भोमिया, बाबूलाल मिश्रा, राकेश चोटिया, विष्णु पाण्डे, देवेन्द्र सिंह शेखावत, शीशराम, अरुण भोमिया, सुधीर पाण्डे, ताराचन्द चोटिया, राजकुमार केडिया, किशन स्वामी, आशीष सैनी, महेंद्र टेलर, मुकेश रूथला, भगवती प्रसाद सैनी, राधेश्याम जांगिड़, श्यामसुंदर शर्मा, शुभम वर्मा, कुलदीप गहलोत, विकास पाण्डे, गोविन्द पाण्डे, सोनू सुंदरिया, कैलाश टेलर, सत्यप्रकाश पांडे, रविन्द्र भोमिया, हेमंत पांडे, हरीराम गौड़ गोपीनाथ मंदिर संघ व गुरू सेवक संघ के कार्यकर्ताओं सहित बड़ी संख्या में भक्तगण उपस्थित रहे।