पिलानी कस्बे में फायरिंग की वारदातों में शामिल रहे एक और बदमाश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हरियाणा के रोहतक निवासी आरोपी पिलानी थाने के हिस्ट्री शीटर सूरज उर्फ घुंडी नायक के साथ गत वर्ष श्याम मन्दिर के पीछे वार्ड नं 12 और चांडक मार्ग स्थित उत्तम सुपर स्टोर पर हुई फायरिंग की वारदात और प्लानिंग में शामिल रहा था।
थानाधिकारी नारायण सिंह कविया ने जानकारी देते हुए बताया कि 15 नवम्बर की रात सूरज उर्फ घुंडी ने अपने साथियों के साथ मिल कर श्याम मन्दिर के पीछे रहने वाले छोटेलाल नायक पर जान से मारने की धमकी देते हुए फायरिंग कर दी थी। फायरिंग की इस वारदात में घुंडी के साथ अन्य बदमाश भी शामिल थे।
पुलिस ने पीड़ित छोटेलाल नायक की रिपोर्ट पर कार्यवाही करते हुए बदमाशों की धरपकड़ के लिए घटना के बाद से ही लगातार छापेमारी कर रही थी तथा मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय किया गया था। पुलिस ने आरोपियों की तलाश में गुरूग्राम, रोहतक, भिवानी, दिल्ली, बाढड़ा व राजगढ़ आदि जगह दबिश दी थी। प्रकरण में शामिल मुख्य आरोपी सूरज नायक उर्फ घुंडी सहित पिलानी के ही 2 अन्य बदमाशों मेहुल वर्मा ऊर्फ चिन्दु तथा अमन उर्फ कालू धोबी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। वारदात के बाद से ही फरार चल रहे सुमित ऊर्फ बच्ची पुत्र महेश जांगिड़ (23 वर्ष), निवासी वार्ड न. 19, काठ मण्डी, थाना सिवाजी, रोहतक (हरियाणा) को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि उत्तम सुपर स्टोर पर की गई फायरिंग की प्लानिंग बनाने में भी सुमित उर्फ बचिया जांगिड़ शामिल रहा था।
दहशत फैलाना चाहते थे बदमाश
फायरिंग की दोनों घटनाओं के पीछे बदमाशों का मकसद अपने नाम और गैंग की दहशत फैलाना था, लेकिन दोनों वारदातों का खुलासा करते हुए पकड़े गए बदमाशों को बाजार में मौका तस्दीक परेड करवा कर पिलानी पुलिस ने इस दहशत को खत्म कर दिया। आपको बता दें कि फायरिंग की वारदातों में शामिल रहा गिरफ्तार आरोपी सुमित उर्फ बचिया जांगिड़ हार्डकोर अपराधी कपिल बेवड़ का भाई है, जो कि फिलहाल अजमेर जेल में बंद है। भाई की अनुपस्थिति में सुमित उर्फ बचिया ही उसके गैंग की गतिविधियों का संचालन कर रहा है। उत्तम सुपर स्टोर पर हुई फायरिंग में शामिल 1 आरोपी अब भी फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है।
पुलिस टीम में ये रहे शामिल
आरोपी की गिरफ्तारी के लिए गठित पुलिस टीम में पिलानी थानाधिकारी नारायण सिंह कविया, एएसआई शीशराम, हेड कांस्टेबल सुमेर सिंह, कांस्टेबल पंकज, संजय कुमार, धर्मवीर व राजकुमार शामिल थे।