कस्बे के मुख्य बाजार स्थित प्राचीन श्री गोपीनाथ मन्दिर के सामने आयोजित 17 दिवसीय फागोत्सव 2024 कार्यक्रम में शनिवार को शेखावाटी की प्रसिद्ध मंडलियों द्वारा ढप्प और चंग मंडलियों के द्वारा फाग के रागों की प्रस्तुतियां दी गई। कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों ने भी भरपूर उत्साह के साथ भाग लिया।
देर रात तक चले फागोत्सव में चंग की थाप और बांसुरी की धुन पर सभी के कदम थिरक उठे। गींदड़ नृत्य और राजस्थानी गीतों ने सभी का मन मोह लिया। एक बार शुरू होने के बाद देर रात तक दर्शक मंत्र मुग्ध हो कर लोक संस्कृति में सराबोर कार्यक्रम का आनन्द लेते रहे। कार्यक्रम का विशेष आकर्षण फूलों की होली था। संगीत की धुनों पर जब फूलों की बारिश हुई तो क्या महिला क्या पुरुष, छोटे – बड़े सब मानो फाग के रंग में रंग गए और अपने कदमों को थिरकने से रोक नहीं पाए। कार्यक्रम में पाण्डे परिवार की 4 पीढ़ियां एक साथ फाग के रागों का आनन्द लेती दिखी।
श्री गोपीनाथ मन्दिर संघ के गोविन्द पाण्डे ने बताया कि राजस्थान की लोक संस्कृति के संरक्षण के उद्देश्य से यह आयोजन शुरू किया गया था। अब तक लगातार 6 बार फागोत्सव का आयोजन सफलतापूर्वक किया जा चुका है और प्रति वर्ष कार्यक्रम में लोगों की सहभागिता बढ़ रही है।

फाग महोत्सव में आयोजन समिति की ओर से तालियों की गडग़ड़ाहट के बीच सभी कलाकारों का माल्यार्पण-पुष्पवर्षा से स्वागत और सम्मान किया गया। रविवार रात 8 बजे से स्थानीय कलाकारों द्वारा भगवान गोपीनाथ को फाग की प्रस्तुतियां समर्पित की जाएगी।
ये रहे मौजूद
श्री गोपीनाथ मन्दिर संघ द्वारा आयोजित इस शानदार कार्यक्रम में डॉ. प्रकाश शर्मा, कुलदीप सिंह गहलोत, नन्दलाल गहलोत, करण सिंह गहलोत, गोविन्द पाण्डे, दीपक सोनी, शुभम वर्मा, राहुल पवार, विकास पाण्डे, अशोक सेन, प्रदीप पाण्डे, विमल शर्मा, सुनील जांगिड़, विक्रम सिंह मोकावत, हिमांशु जाखोदिया, मनीष जाखोदिया, निशू जाखोदिया, आर्यन नोवाल, धुव्र पाण्डे, लक्ष्य पाण्डे, भानु, विक्रम भार्गव, नरेन्द्र मित्तल, हेमंत शर्मा, विनय तोला, अनिरुद्ध सिंह राठौड़, सुनील गुप्ता, विकास कुमावत, राजकुमार शेखावत सहित बड़ी संख्या में नगर के प्रबुद्धजन उपस्थित रहे।