पिलानी 22 मई, 2024: जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल के दौरे के अगले ही दिन पिलानी में जनता एक बार फिर अपनी समस्याओं को लेकर सड़क पर है। जिला कलेक्टर जल संकट का समाधान तलाशने के लिए ग्राउंड पर थीं, आज रायला के ग्रामीणों को बिजली संकट के समाधान के लिए डिस्कॉम कार्यालय के ग्राउंड पर बैठना पड़ा।
रायला गांव के जिले सिंह ने बताया कि सिंगल फेस की लाइट में रिएक्टर लगाने के कारण वोल्टेज ड्रॉप होता है और थ्री फेस लाइट भी पूरी नहीं दी जा रही। जिस दिन फॉल्ट होता है, उस दिन का टाइम स्लॉट पूरा नहीं किया जाता और एक-डेढ़ घंटे की लाइट कम कर दी जाती है। सिंगल फेस में सेंसर रिएक्टर लगाने की वजह से लोगों के घरेलू उपकरण भी खराब हो जाते हैं। इस समस्या के चलते घरों में पंखे भी नहीं चलते ढंग से, कूलर तो चलेगा ही कहां से। इतनी भीषण गर्मी में बच्चों और बुजुर्गों को बिना लाइट के तड़पते नहीं देख सकते। जब भी पाॅवर हाउस में फोन करो तो यही कहा जाता है कि पीछे से जीरो लोड है या फिर फॉल्ट है।
जेईएन के 4 में से 3 पद रिक्त
ग्रामीण जब डिस्कॉम कार्यालय पहुंचे तब कोई भी अधिकारी वहां मौजूद नहीं था। एईएन और जेईएन, सभी के दफ्तर सूने पड़े थे। आपको बता दें कि पिलानी में जेईएन के 4 पद हैं, जिनमें से 3 पद लम्बे समय से रिक्त पड़े हैं। एकमात्र जो जेईएन यहां पदस्थ है, वह भी बीते 1 सप्ताह से अवकाश पर है। ऐसे में देखा जाए तो भीषण गर्मी में पिलानी की विद्युत आपूर्ति भगवान भरोसे छोड़ दी गई है। ग्रामीणों का कहना था कि आचार संहिता की आड़ लेकर अधिकारी अपनी नाकामी को ही छुपाने की कोशिश करते हैं। एक तरफ अधिकारियों को मुख्यालय नहीं छोड़ने के निर्देश दिए गए हैं, वहीं यहां सुनवाई के लिए कोई अधिकारी ही मौजूद नहीं है।
सोमवार को भी दिया था ज्ञापन
रायला के ग्रामीणों ने बताया कि सोमवार को भी
अधिकारियों को समस्या से अवगत करवाते हुए ज्ञापन सौंपा गया था। तब 24 घंटे में समस्या के समाधान का आश्वासन दिया गया था लेकिन 2 दिन बाद भी कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा और कोई कार्रवाई भी नहीं की गई। परेशान ग्रामीणों ने आज रायला गांव में मीटिंग की और उसके बाद सभी डिस्काॅम कार्यालय पहुंच गए। ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन सूचना पर एईएन संदीप कुमार बाकोलिया कार्यालय पहुंचे। बाद में ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए अविविनिलि के अधिकारियों ने पुलिस को सूचना दी, जिस पर पुलिस जाब्ता भी मौके पर पहुंच गया।
पुलिस की मौजूदगी में ग्रामीणों से वार्ता की और एक बार फिर जल्दी ही समाधान का आश्वासन ग्रामीणों को दिया गया है। उधर परेशान ग्रामीणों ने एईएन बाकोलिया को ज्ञापन देते हुए चेतावनी दी है कि अगर अब भी कोई कार्रवाई विभाग नहीं करता है तो मजबूरन उन्हें उग्र आन्दोलन करना पड़ेगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी विद्युत विभाग और प्रशासन की होगी।
विरोध प्रदर्शन में ये हुए शामिल
विरोध प्रदर्शन के लिए डिस्कॉम कार्यालय पहुंचे रायला के ग्रामीणों में ताराचंद बांगड़वा, प्रमोद धत्तरवाल, जयसिंह कलीरावना, पारस बांगड़वा, सुमेर माहिच, राजेश कुलहरी, महावीर बलौदा, गोपीराम सैनी, घनश्याम सैनी, गोविंद सैनी, रामसिंह कुलहरी, रामदेव मीणा, सुंडा मीणा, झिंडुराम, बालानीया, सुभाष कलीरावना, सतवीर झाझड़िया, मांगेराम पारीक, डॉ. सुरेंद्र सिहाग व अन्य शामिल थे।