पिलानी, 14 मार्च 2025: पिलानी में होली के दिन हुई एक सड़क दुर्घटना की वजह से त्यौहार की खुशियां एक परिवार के लिए मातम में बदल गई। थाना क्षेत्र के गांव धींधवा आथुना के रहने वाले रमेश कुमार नायक (43 वर्ष) पुत्र जुगल किशोर नायक की अज्ञात वाहन की टक्कर से मौत हो गई। रमेश की मौत के बाद अब घर पर सन्नाटा पसरा है जिसे रह रह कर परिवार के लोगों का रुदन तोड़ता है।

मृतक के छोटे भाई सुरेश कुमार नायक ने शुक्रवार को पिलानी थाने में रिपोर्ट दी, जिसके अनुसार उसका भाई रमेश कुमार गुरूवार शाम 5 बजे चिड़ावा-लोहारू बाईपास पर अपने निजी काम से पैदल जा रहा था। इसी दौरान धींधवा सर्किल के पास अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। दुर्घटना में गम्भीर रूप से घायल रमेश कुमार को आसपास के लोगों ने बिरला सार्वजनिक अस्पताल में पहुंचाया, जहां से हालत गम्भीर होने पर झुंझुनू रैफर कर दिया गया। बाद में झुंझुनू के एपेक्स स्काईलाइन हॉस्पिटल में ईलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
बेटे प्रियांशु ने बताया कि दुर्घटना से कुछ देर पहले वह चिड़ावा से आया था और पिलानी में पापा से मिला था। रमेश कुमार ने बेटे को मोटर साईकिल देकर घर भेज कर पैसे मंगवाए थे। होली की मिठाई और अन्य सामान खरीदने के लिए जाना था। महज 3 किलोमीटर दूर गांव से पैसे लेकर कुछ ही देर में बेटा वापस आ गया, लेकिन उससे पहले ही एक्सीडेंट हो गया। बेटे ने ही घर पर चाचा सुरेश को एक्सीडेंट की सूचना दी।
रमेश कुमार की छोटी बेटी सरिता ने बताया कि घर पर शाम को सब पापा का इंतजार कर रहे थे, लेकिन एक्सीडेंट की सूचना से सब सकते में आ गए। अगले महीने शादी है, कुछ नहीं समझ आ रहा कि कैसे सब हो पाएगा। वहीं बड़ी बेटी सोनू कुछ बोल ही नहीं पाई और फफक कर रो पड़ी।
रमेश कुमार पिलानी में प्रॉपर्टी व्यवसाय से जुड़े थे। परिवार में पत्नी के अलावा 3 बेटियां और 1 बेटा है। रमेश कुमार की बड़ी बेटी शीतल की शादी हो चुकी है और 2 बेटियों सोनू व सरिता की शादी अगले माह 30 अप्रैल को ही होने वाली है। टेंट, हलवाई सहित अन्य जरूरी इंतजामात पिता ने कर दिए थे। होली के बाद दहेज का सामान और गहने आदि खरीदने थे। ऐसे में दुर्घटना में रमेश की मौत से परिवार पर बड़ा वज्रपात हुआ है।

पुलिस ने रमेश कुमार के छोटे भाई सुरेश की लिखित रिपोर्ट पर अज्ञात वाहन चालक के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द किया गया, जिसके बाद मृतक का उनके गांव धींधवा आथुना में गमगीन माहौल में अन्तिम संस्कार किया गया।