पाकिस्तान: पाकिस्तान के बलूचिस्तान इलाके में आतंकवादी घटनाओं का सिलसिला लगातार जारी है, और हाल ही में यहां एक और बड़ी घटना ने सभी को हैरान कर दिया। बलूचिस्तान के बरखान जिले के राडकन इलाके में नेशनल हाईवे (NH-70) पर एक यात्री वाहन पर हमला किया गया, जिसमें 7 पंजाबियों की हत्या कर दी गई और 6 अन्य लोग घायल हो गए। यह हमला बलूच आर्मी द्वारा किया गया, जिसने पहले भी इसी तरह की टारगेट किलिंग्स को अंजाम दिया है। इस हमले की जिम्मेदारी बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने ली है।

कैसे हुआ हमला?
स्थानीय अधिकारियों और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हमलावर पहले से ही हमले की योजना बना चुके थे। वे एक यात्री वाहन को देखकर उसे रोकते हैं और फिर उसमें सवार लोगों की पहचान करते हैं। इसके बाद उनके कागजात चेक किए गए और उनकी जातीयता के आधार पर पंजाबियों को निशाना बनाया गया। इस हमले के दौरान सात पंजाबी व्यक्तियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि छह अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतक सभी पंजाब के मुल्तान क्षेत्र से संबंधित थे और वे अपनी यात्रा पर थे। स्थानीय सुरक्षा बलों ने इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है और इस घटना के बाद से इलाके में डर का माहौल बन गया है।
जातीय हिंसा पर बढ़ी चिंता
बलूचिस्तान में स्थानीय मिलिटेंट्स द्वारा पंजाबियों को लगातार निशाना बनाए जाने की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। इससे पहले भी, सितंबर 2024 में बलूच आर्मी ने 23 आम नागरिकों की हत्या की थी, जिनमें अधिकांश पंजाबियों थे। इस तरह की घटनाओं के पीछे जातीय और सांस्कृतिक तनाव को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है, जिससे क्षेत्र में बढ़ती हिंसा और तनाव की स्थिति बन रही है।

स्थानीय अधिकारियों ने घटना के बाद इलाके में सुरक्षा बढ़ाने का आश्वासन दिया है और बलूचिस्तान में बढ़ती जातीय हिंसा को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाने का वादा किया है। हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब बलूचिस्तान में ऐसे हमले हुए हों। बलूच आर्मी और अन्य स्थानीय मिलिटेंट समूहों द्वारा लगातार इस तरह की हमलावर गतिविधियों के चलते इलाके में असुरक्षा का माहौल बना हुआ है।