पाकिस्तान: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया। इस हमले में कई सुरक्षाकर्मी शहीद हुए और दर्जनों घायल हो गए। इस क्रूर हमले की जिम्मेदारी एक पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन ने ली है। इसके जवाब में भारतीय सेना ने पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकी ठिकानों को लक्ष्य बनाकर कड़ा पलटवार किया।
भारतीय वायुसेना ने सीमापार कई आतंकी शिविरों पर सटीक बमबारी की, वहीं थल सेना ने एलओसी के पास के आतंकी लॉन्चपैड्स को आर्टिलरी फायर से नष्ट किया। रक्षा सूत्रों के अनुसार, इस ऑपरेशन में कई आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है।

दोनों देशों के बीच हवाई हमले जारी, ड्रोन को किया ढेर
भारत और पाकिस्तान के बीच बीते कुछ दिनों से लगातार हवाई संघर्ष देखा जा रहा है। भारत ने पाकिस्तान द्वारा भेजे गए कम से कम 5 ड्रोन को मार गिराया है। वहीं, पाकिस्तानी वायुसेना ने भारतीय सीमा के निकट उड़ानें बढ़ा दी हैं।
भारतीय वायुसेना की सतर्कता के चलते किसी भी प्रकार की बड़ी क्षति नहीं हुई है। जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती गांवों में एलओसी पर पाकिस्तान द्वारा की जा रही भारी गोलाबारी से भय का माहौल है। राजौरी, पुंछ और बारामुला जैसे इलाकों से नागरिकों का पलायन शुरू हो गया है। प्रशासन द्वारा राहत शिविर लगाए गए हैं।
पाकिस्तानी सेना की अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत को बदनाम करने की साजिश
भारत के कड़े सैन्य जवाब से बौखलाई पाकिस्तानी सेना ने अब अंतरराष्ट्रीय मीडिया में भारत-विरोधी प्रचार शुरू कर दिया है। पाकिस्तान की सैन्य प्रेस कांफ्रेंस में पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के पुराने वीडियो को प्रदर्शित कर यह दावा किया गया कि भारत ने पुलवामा जैसा हमला राजनीतिक फायदे के लिए स्वयं करवाया था।
Pakistan Army brought International Media and showed them videos of Rahul Gandhi and Satypal Malik.
— Times Algebra (@TimesAlgebraIND) May 9, 2025
BJP said SHAME on Congress !!pic.twitter.com/7pkHQzfvBs
पाक सेना के प्रवक्ता ने कहा—
“भारत ने पहले भी पुलवामा हमले का फायदा उठाकर चुनाव जीता था। अब वह फिर वैसा ही कर रहा है, और कश्मीरियों को खतरे में डाल रहा है।“
यह बयान सत्यपाल मलिक के एक पुराने साक्षात्कार पर आधारित है, जिसे पाकिस्तान ने संदर्भ से काटकर प्रस्तुत किया। राहुल गांधी के एक आलोचनात्मक भाषण को भी तोड़-मरोड़कर पेश किया गया ताकि भारत की नीयत पर संदेह पैदा किया जा सके।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह एक सोची-समझी रणनीति है ताकि पाकिस्तान की आतंकी गतिविधियों से ध्यान भटकाया जा सके।

भारत की कूटनीतिक प्रतिक्रिया
भारत सरकार ने पाकिस्तान की इन हरकतों की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि –
“पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। भारत की सुरक्षा और संप्रभुता के साथ किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा।“
विदेश मंत्रालय द्वारा संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान की करतूतों के प्रमाण सौंपे गए हैं, जिनमें आतंकी प्रशिक्षण शिविरों की तस्वीरें, ड्रोन हमलों के वीडियो और इंटरसेप्टेड कॉल रिकॉर्डिंग शामिल हैं।
स्थिति की निगरानी और अगली रणनीति
रक्षा मंत्रालय ने पूरे उत्तर और पश्चिमी कमान को अलर्ट पर रखा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल लगातार सेना प्रमुखों के संपर्क में हैं। भारत की नीति स्पष्ट है –
“एक भी आतंकी हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हर हमले का सटीक और प्रभावशाली जवाब दिया जाएगा।“