Friday, April 25, 2025
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पाकिस्तान ने कश्मीर में भेजे 80% अधिक आतंकी, आर्मी चीफ ने सीमा पर ताजे कदमों की जानकारी दी

जम्मू-कश्मीर: भारत की सीमा पर इस समय सुरक्षा स्थिति सामान्य नहीं है। पाकिस्तान लगातार कश्मीर में आतंकवाद फैलाने की कोशिश कर रहा है, जबकि चीन के साथ भारत के संबंधों में हाल ही में सुधार हुआ है। वहीं, बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद से वहां भी स्थिति सामान्य नहीं है और दोनों देशों के सीमा बलों के बीच आए दिन तनाव बना रहता है। इन तमाम मुद्दों को लेकर सेनाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है।

कश्मीर में आतंकवाद की बढ़ती चुनौतियां

सेनाध्यक्ष ने जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि 2024 में आतंकी हमलों में बढ़ोत्तरी हुई है। उन्होंने स्पष्ट किया, “पिछले साल मारे गए 60% आतंकवादी पाकिस्तानी मूल के थे। वर्तमान स्थिति में, घाटी और जम्मू क्षेत्र में जो भी आतंकवादी बचे हैं, लगभग 80% या उससे अधिक पाकिस्तानी मूल के हैं।”

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वह मानते हैं कि जम्मू-कश्मीर की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है, खासकर नियंत्रण रेखा पर, जहां फरवरी 2021 से एक संघर्ष विराम जारी किया गया है, जो DGMO (Director General of Military Operations) के बीच सहमति के बाद प्रभावी हुआ था। हालांकि, आतंकवादी ढांचा अभी भी मौजूद है, और आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिशें जारी हैं।

सेनाध्यक्ष ने कहा, “IB सेक्टर से घुसपैठ की कोशिशें लगातार जारी हैं। हाल के महीनों में उत्तरी कश्मीर और डोडा-किश्तवाड़ बेल्ट में आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है। हालांकि, इस बार अमरनाथ यात्रा के दौरान 5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों की उपस्थिति और चुनावों का शांतिपूर्ण संचालन एक सकारात्मक बदलाव का संकेत है। ‘टेररिज्म से टूरिज्म’ की थीम धीरे-धीरे आकार ले रही है।”

चीन के साथ सीमा पर स्थिति स्थिर, लेकिन संवेदनशील

चीन के साथ भारत की सीमा पर स्थिति को लेकर भी सेनाध्यक्ष ने बयान दिया। उन्होंने कहा कि भारत-चीन सीमा पर स्थिति संवेदनशील लेकिन स्थिर है। “अक्टूबर में पूर्वी लद्दाख के देपसांग और डेमचोक में स्थिति सुलझ गई। इन दो उप-क्षेत्रों में पारंपरिक क्षेत्रों में गश्त शुरू कर दी गई है और इन क्षेत्रों में पारंपरिक चराई भी शुरू हो गई है।”

उन्होंने आगे कहा कि, “मैंने अपने सभी सह-कमांडरों को गश्त और चराई के संबंध में जमीनी स्तर पर इन मुद्दों को संभालने के लिए अधिकृत किया है ताकि इन समस्याओं का समाधान सैन्य स्तर पर ही किया जा सके। हमारी तैनाती LAC (Line of Actual Control) पर संतुलित और मजबूत है, और हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।”

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