पाकिस्तान: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद भारत में पाकिस्तान के खिलाफ आक्रोश की लहर दौड़ गई है। इस हमले के पीछे पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों के हाथ होने की आशंका के बीच, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का एक वायरल वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर हलचल मचा रहा है।

“पिछले तीन दशकों से आतंकवाद को पाल रहे हैं” – ख्वाजा आसिफ
स्काई न्यूज की पत्रकार यल्दा हकीम के साथ एक इंटरव्यू के दौरान ख्वाजा आसिफ से पूछा गया:
“क्या आप मानते हैं कि पाकिस्तान ने दशकों तक आतंकवादी संगठनों को समर्थन, प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता दी है?”
इसके जवाब में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने चौंकाने वाला कबूलनामा करते हुए कहा:
“हम करीब तीन दशकों से अमेरिका के लिए यह गंदा काम कर रहे हैं… हमने कुछ समूहों को समर्थन दिया है। हां, पाकिस्तान का इतिहास रहा है आतंकी संगठनों को फंड देने का।”
“अगर युद्ध में शामिल न होते तो बेदाग होता ट्रैक रिकॉर्ड”
ख्वाजा आसिफ ने आगे स्वीकार किया कि पाकिस्तान ने सोवियत संघ के खिलाफ युद्ध और 9/11 के बाद अमेरिका के युद्ध में हिस्सा लेकर भारी भूल की। उन्होंने कहा:
“यह हमारी गलती थी और हम इसके परिणाम भुगत रहे हैं। अगर हम इन युद्धों में शामिल न होते, तो आज पाकिस्तान का ट्रैक रिकॉर्ड बेदाग होता।”

लश्कर ए तैयबा से पाकिस्तान के लिंक को किया स्वीकार
एक और अहम बात यह रही कि ख्वाजा आसिफ ने लश्कर ए तैयबा से पाकिस्तान के पुराने संबंधों को भी स्वीकार किया। उन्होंने कहा:
“हमें अतीत में लश्कर के साथ पाकिस्तान के कुछ लिंक मिले हैं, लेकिन अब ये संगठन समाप्त हो चुका है। इसका मतलब यह नहीं कि हम आज भी इसे सहायता दे रहे हैं।”
हालांकि, भारत समेत वैश्विक समुदाय का मानना है कि पाकिस्तान में आतंकी ढांचे अभी भी सक्रिय हैं और सरकारी संरक्षण में फल-फूल रहे हैं।