इस्लामाबाद, पाकिस्तान: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे ‘बेहद परेशान करने वाला और दुखद’ करार दिया है। मंगलवार, 22 अप्रैल को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए उन्होंने भारत सरकार पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि भारत को ‘जिम्मेदारी से काम करने की जरूरत’ है।
इमरान खान ने जताया दुख, पीड़ितों के प्रति संवेदना
पूर्व प्रधानमंत्री खान ने कहा,
“पहलगाम घटना में लोगों की जान जाना बेहद परेशान करने वाला और दुखद है। मैं पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।”

‘पुलवामा के बाद जैसी स्थिति, फिर से दोहराई जा रही’
इमरान खान ने अपनी पोस्ट में भारत पर पाकिस्तान पर आरोप मढ़ने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा,
“जब पुलवामा की घटना हुई थी, तब हमने भारत को हरसंभव सहयोग देने की पेशकश की थी। लेकिन भारत कोई ठोस सबूत देने में विफल रहा। जैसा कि मैंने 2019 में भविष्यवाणी की थी, वैसा ही अब फिर से हो रहा है। जांच और आत्मनिरीक्षण की बजाय, मोदी सरकार फिर से पाकिस्तान को दोष दे रही है।”
‘भारत को जिम्मेदारी से काम करने की जरूरत’
इमरान खान ने भारत को आड़े हाथों लेते हुए कहा,
“1.5 अरब की आबादी वाले देश के रूप में भारत को क्षेत्रीय शांति के साथ खिलवाड़ करने के बजाय जिम्मेदारी से काम करना चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान की प्राथमिकता शांति है, लेकिन इसे कायरता समझना गलत है।
‘पाकिस्तान के पास हर दुस्साहस का जवाब देने की ताकत’
उन्होंने भारत को चेतावनी देते हुए कहा कि,
“पाकिस्तान के पास किसी भी भारतीय दुस्साहस का जवाब देने की पूरी क्षमता है। मेरी सरकार ने 2019 में पूरे देश के समर्थन से यह करके दिखाया था।”

कश्मीर पर फिर दोहराया आत्मनिर्णय का समर्थन
इमरान खान ने अपने लंबे बयान में कश्मीर मुद्दे को भी जोड़ा। उन्होंने कहा,
“मैं हमेशा कश्मीरियों के आत्मनिर्णय के अधिकार के महत्व पर जोर देता आया हूं, जैसा कि संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों में गारंटी दी गई है।”
‘RSS की विचारधारा क्षेत्र के लिए खतरा’
खान ने भारत की आंतरिक राजनीति पर निशाना साधते हुए RSS को भी घेरा। उन्होंने कहा,
“मैं इस तथ्य को बार-बार उजागर करता रहा हूं कि RSS की विचारधारा के नेतृत्व वाला भारत न केवल क्षेत्र के लिए, बल्कि उससे परे भी एक गंभीर खतरा है।”