पहलगाम, जम्मू-कश्मीर: जम्मू-कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल पहलगाम में सोमवार को आतंकियों ने पर्यटकों के समूह पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। इस हमले में एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 12 पर्यटक गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घटना की सूचना मिलते ही सुरक्षा बलों ने मोर्चा संभाल लिया और पूरे पहाड़ी इलाके को घेरकर सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।

हमले का समय और स्थान
जानकारी के अनुसार, यह हमला सोमवार की शाम करीब 6 बजे हुआ जब पर्यटकों का एक दल पहलगाम घाटी में घूम रहा था। तभी अज्ञात आतंकियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। सुरक्षाबलों की टीमें राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ तलाशी अभियान चला रही हैं
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का बयान
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा:
“मैं स्तब्ध हूं। पर्यटकों पर यह हमला एक घृणित कार्य है। इसकी कोई भी शब्दों में निंदा पर्याप्त नहीं है। मैं मृतक के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।”
उमर अब्दुल्ला ने यह भी बताया कि उन्होंने शकीना इट्टू से बात की है, जो घायल पर्यटकों के इलाज की व्यवस्था देखने अस्पताल पहुंच चुकी हैं। मुख्यमंत्री ने श्रीनगर रवाना होने की जानकारी भी साझा की।
I’m shocked beyond belief. This attack on our visitors is an abomination. The perpetrators of this attack are animals, inhuman & worthy of contempt. No words of condemnation are enough. I send my sympathies to the families of the deceased. I’ve spoken to my colleague @sakinaitoo…
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) April 22, 2025
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की प्रतिक्रिया
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने हमले की निंदा करते हुए कहा:”मैं पहलगाम में पर्यटकों पर हुए कायरतापूर्ण आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। इस हमले के पीछे जो लोग हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं और इलाके की सघन तलाशी ली जा रही है।”
महबूबा मुफ्ती ने क्या कहा
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने भी इस हमले की तीव्र निंदा करते हुए कहा:
“कश्मीर ने सदैव पर्यटकों का गर्मजोशी से स्वागत किया है। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना बेहद चिंताजनक है। ऐसी हिंसा अस्वीकार्य है और इसे सख्ती से नकारा जाना चाहिए।”

सुरक्षा बलों की कार्रवाई
सूत्रों के मुताबिक, हमले के बाद राष्ट्रीय राइफल्स, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की टीमें पहलगाम के आसपास के पहाड़ी क्षेत्रों में घेराबंदी कर चुकी हैं। ड्रोन, थर्मल इमेजर्स और स्निफर डॉग्स की मदद से तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि हमले के पीछे लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकियों का हाथ हो सकता है।